उत्तर प्रदेश के जनपद अलीगढ़ में व्यापारियों ने शुक्रवार को शहर का प्रमुख बाजार महावीरगंज बंद कर दिया। अफसरों पर मनमानी का आरोप लगाते हुए धरना बाजार में ही धरने पर बैठ गए। व्यापारियों का कहना था प्रदेश सरकार द्वारा मंडी शुल्क अधिक लिया जा रहा है।
महावीरगंज बाजार में ऐसा था माहौल
मंडी से बाहर गल्ले की बिक्री पर फिर से मंडी शुल्क लगाने के विरोध में व्यापारियों ने शुक्रवार को थोक आटा, सूजी, दाल, चावल, चीनी, घी सहित अन्य खाद्य वस्तुओं का थोक बाजार महावीरगंज बंद कर दिया। इसके चलते खरीदारी के लिए आए फुटकर व्यापारी वापस जाने लगे। पल्लेदारों सर्द मौसम में काम न मिलने के चलते चाय की चुस्की ले रहे थे। लोडर वाहन चालक भी झुंड बनाकर आपस में महावीरगंज बाजार बंदी को लेकर चर्चा कर रहे थे। प्रदर्शनकारी व्यापारी हनुमान मंदिर के निकट बाजार में धरना देने के लिए जुट गए और धरना शुुरू कर दिया।
गोदामों के नहीं खोले ताले
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश अध्यक्ष मुकुंद मिश्रा के आह्वान पर प्रदेश के व्यापारी मंडी के बाहर गल्ला बेचने पर दुबारा लगाए गए शुल्क का विरोध कर रहे हैं। शुक्रवार को अलीगढ़ उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के जिलाध्यक्ष भूपेंद्र वाष्र्णेय, महावीरगंज खाद्यान व्यापार मंडल के महामंत्री विशाल भगत के नेतृत्व में व्यापारियों ने अपनी अपनी दुकान व गोदामों के ताले नहीं खोले। व्यापारियों ने स्वत: ही अपने अपने प्रतिष्ठान खोलने के स्थान पर धरना स्थल पर पहुंचना शुरू कर दिया। व्यापार मंडल के प्रदेश संगठन मंत्री सुरेश चंद्र पेठा व जिलाध्यक्ष अध्यक्ष भूपेंद्र वार्ष्णेय व महानगर संयुक्त महामंत्री विशाल भगत ने व्यापारियों को शांतिपूर्ण तरीका से धरना देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा इस शुल्क का डटकर विरोध करें। प्रदेश नेतृत्व चरणबद्ध तरीका से आंदोलनों की रूप रेखा तैयार कर रहा है। योगी सरकार पर आरोप लगाया कि वह नए कानून से तमाम
इन्होंने किया विरोध
धरना स्थल पर महानगर संयुक्त महामंत्री सर्वेश चंद्र वार्ष्णेय, धुर्वेश चंद्र वार्ष्णेय,पवन किराना,ज्ञानबाबा, राजेंद्र कुमार,सर्वेश चंद्र वार्ष्णेय, अशोक किराना, इशांक, पवन किराना आदि ने भी विरोध किया है।