हिसार में एक दुखद घटना सामने आई है। हिसार के सिविल अस्पताल में कार्यरत महामारी विशेषज्ञ डा. शिल्पी का कोरोना संक्रमण से निधन हो गया है। संक्रमित होने के बाद उन्हें दिल्ली के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। डा. शिल्पी ने कोरोना की दोनों लहर में अपना अहम योगदान दिया था। कोरोना मरीजों की जांच से लेकर उनकी ट्रेसिंग तक में भूमिका निभाती थी। कोरोना के सैंपलिंग में भी उन्होंने योगदान दिया था। डा. शिल्पी की बचपन से एक ही किडनी थी और वे इस बार कोरोना की चपेट में आ गईं।
सिविल अस्पताल के कई डॉक्टर कोरोना की चपेट में आ चुके हैं। वहीं डिप्टी सीएमओ डॉ सुभाष खतरेजा ने बताया कि रविवार को जिले में कोरोना संक्रमण के 80 नए मामले आए हैं। जिले में एक्टिव केस बढक़र अब 290 हो गए हैं, रिकवरी रेट घटकर 97.36 प्रतिशत है।
उन्होंने बताया कि जिले में अभी तक 8 लाख 41 हजार 492 लोगों की जांच की जा चुकी है, जिसमें संक्रमण के कुल 54 हजार 326 मामले सामने आ चुके हैं। अब तक कुल 52 हजार 894 लोग कोरोना से रिकवर हो चुके हैं। कोरोना महामारी की पहली लहर में 17 हजार 147, दूसरी लहर में 36 हजार 855 तथा तीसरी लहर में 324 व्यक्तियों में कोरोना संक्रमण पाया गया है।
वैक्सीनेशन अभियान : जिले में 20 लाख 36 हजार 446 वैक्सीनेशन डोज दी गई
हिसार। कोरोना महामारी की तीसरी लहर के खतरों को सीमित करने के लिए जिला प्रशासन द्वारा शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में सघन वैक्सीनेशन अभियान लगातार जारी है। डिप्टी सिविल सर्जन डॉ तरूण ने बताया कि अभियान के तहत अभी तक कुल 20 लाख 36 हजार 446 वैक्सीन डोज दी जा चुकी है। उन्होंने बताया कि 12 लाख 28 हजार 488 लोगों को वैक्सीन की प्रथम डोज तथा 8 लाख 7 हजार 958 लोगों को वैक्सीन की दूसरी डोज दी जा चुकी है।
इसी प्रकार से 60 वर्ष से ऊपर के 1 लाख 60 हजार 933 नागरिकों ने पहली डोज तथा 1 लाख 18 हजार 216 लोगों ने दूसरी डोज भी ली है। इसी तरह से 45 से 60 आयु वर्ग के 2 लाख 56 हजार 535 लोगों ने प्रथम डोज तथा 1 लाख 92 हजार 890 लोगों ने दूसरी डोज ले ली है। 18 से 44 आयु वर्ग के 7 लाख 33 हजार 539 लोगों ने वैक्सीन की पहली डोज तथा 4 लाख 73 हजार 760 ने दूसरी डोज ली है। उन्होंने बताया कि 15 से 18 आयु वर्ग के 54 हजार 126 युवाओं ने वैक्सीन की पहली डोज ली हैं।