दूसरे राज्यों के साथ साथ दिल्ली पर भी ध्यान विपक्षी दल भाजपा और कांग्रेस भले ही यह आरोप लगाते रहें कि आम आदमी पार्टी का ध्यान दिल्ली पर नहीं है, मगर आम आदमी पार्टी के मुखिया व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल यह मौका विपक्ष को नहीं देते हैं। पिछले दिनों उनकी व्यस्तता दूसरे राज्यों में देखी गई। कभी वह गोवा में बैठकें और रैलियां कर रहे थे तो अगले दिन दिल्ली के हालात पर बैठक करते देखे गए या प्रेसवार्ता की। उत्तराखंड में एक कार्यक्रम में शामिल हुए तो अगले दिन पंजाब का रुख किया। पंजाब के अगल अलग शहरों में तीन दिन रैलियां कीं या जनता को संबोधित किया तो दिल्ली को लेकर इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय थे। इसी बीच दिल्ली पहुंचे दिल्ली के हालात पर दोपहर 12 बजे प्रेसवार्ता की तीन बजे लखनऊ पर पहुंचकर वहां चुनाव को लेकर एक कार्यक्रम में शामिल हुए। अब विपक्षी दल यह सोचने में लगे थे कि सीएम साहेब को घेरें कैसे?
एक ही चोट सुनार की
कोरोना काल में पांच राज्यों के लिए चुनाव की घोषणा हुई है तो आम आदमी पार्टी भी इसके लिए तैयार हो गई है। कोरोना हो जाने पर होम आइसोलेशन में इलाज करा रहे मुख्यमंत्री ने भी साफ कर दिया कि हम तैयार हैं। रिपोर्ट नेगेटिव आ जाने पर रविवार को उन्होंने दूसरी प्रेसवार्ता भी इसी मुद्दे पर की। उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को वह रणनीति भी बता दी कि उन्हें अब करना क्या है? मतलब चुनाव आयोग के अनुसार प्रचार केवल घर घर जाकर ही किया जा सकता है। वैसे इस कार्य में तो आम आदमी पार्टी को महारत हासिल है। यह ऐसी पार्टी है जो बगैर चुनाव के भी घर घर जाकर अपना प्रचार करती है। सीएम साहेब ने वह फंडा भी कार्यकर्ताओं को बता दिया कि किसी के दरवाजे पर जाकर करना क्या है। यानी सोमवार से आप का चुनाव प्रचार शुरू हो रहा है, जबकि दूसरे दल अभी सोच रहे हैं कि उन्हें करना क्या है?