घरेलू शेयर बाजारों में कारोबारी सत्र के अंतिम दिन बड़ी गिरावट देखने को मिली। Sensex पिछले बंद स्तर से गिरकर 61,040 अंक पर खुला। इसके बाद इसमें और 300 अंक की गिरावट देखी गई। NTPC, Powergrid समेत 5 शेयरों में ही तेजी देखी गई। वहीं Nifty 50 इंडेक्स भी गिरकर 18,185 अंक पर खुला और खबर लिखे जाने तक इसमें 87 अंक की गिरावट दर्ज की गई थी।
इससे पहले गुरुवार को लगातार पांचवें कारोबारी सत्र में तेजी बनी रही थी और बीएसई सेंसेक्स 85 अंक चढ़कर बंद हुआ था। तीन आईटी कंपनियों के तिमाही नतीजों को लेकर दिखा निवेशकों का उत्साह कमजोर वृहत आर्थिक आंकड़ों (खुदरा मुद्रास्फीति और आईआईपी) से धीमा पड़ गया। उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में तीस शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 85.26 अंक यानी 0.14 प्रतिशत बढ़कर 61,235.30 अंक पर बंद हुआ। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 45.45 अंक यानी 0.25 प्रतिशत की तेजी के साथ 18,257.80 अंक पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के शेयरों में 6.40 प्रतिशत से अधिक की तेजी के साथ टाटा स्टील सर्वाधिक फायदे में रही। इसके अलावा सन फार्मा, एल एंड टी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, पावरग्रिड और बजाज फिनसर्व में भी प्रमुख रूप से तेजी रही। वित्तीय परिणाम आने के बाद सूचना प्रौद्योगिकी कंपनी टीसीएस का शेयर 1.05 प्रतिशत चढ़ा। कंपनी का शुद्ध लाभ दिसंबर 2021 को समाप्त तिमाही में 12.2 प्रतिशत बढ़कर 9,769 करोड़ रुपये रहा।
वहीं इन्फोसिस का शेयर 1.03 प्रतिशत मजबूत हुआ। कंपनी का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 12 प्रतिशत बढ़कर 5,809 करोड़ रुपये रहा। इसके उलट, विप्रो छह प्रतिशत की गिरावट के साथ सेंसेक्स के शेयरों में सर्वाधिक नुकसान में रही। कंपनी का दिसंबर तिमाही का परिणाम 2,969 करोड़ रुपये पर स्थिर रहा।
एशियन पेंट्स, एचडीएफसी बैंक, इंडसइंड बैंक और एचसीएल टेक भी 2.47 प्रतिशत तक नुकसान में रहे। आनंद राठी शेयर्स एंड स्टॉक ब्रोकर्स के इक्विटी शोध (बुनियादी) प्रमुख नरेंद्र सोलंकी ने कहा कि एशिया के अन्य बाजारों में गिरावट के रुख के बावजूद घरेलू बाजार हल्की बढ़त के साथ लगभग स्थिर खुला। अमेरिका में मुद्रास्फीति ऊंचा रहने और चीन में बैंक कर्ज दिसंबर में उम्मीद के मुकाबले अधिक कम होने से एशियाई बाजारों पर असर पड़ा।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख दीपक जसानी ने कहा कि एनएसई में कारोबार की मात्रा हाल के औसत के बराबर रही। बिजली, धातु, पूंजीगत सामान और स्वास्थ्य सूचकांक चढ़े जबकि रियल्टी और बैंक सूचकांकों में गिरावट रही। बीएसई स्मॉलकैप और मिडकैप इंडेक्स (छोटी और मझोली कंपनियों के शेयरों से जुड़े सूचकांक) 0.38 प्रतिशत चढ़ा।