मध्य प्रदेश हाई कोर्ट बार एसोसिएशन, जबलपुर के चुनाव को लेकर एक बार फिर संभावित प्रत्याशी सक्रिय हो गए हैं। इससे पूर्व चुनाव खटाई में पड़ गया था। लेकिन पिछले दिनों एमपी स्टेट बार कौंसिल की कार्यकारिणी समिति ने हस्तक्षेप करते हुए चुनाव के लिए तदर्थ समिति का गठन कर दिया। साथ ही पर्यवेक्षक भी नियुक्त कर दिए। इसी के साथ नवीन कार्यकारिणी के चुनाव को लेकर सुगबुगाहट बढ़ गई है। पूर्व में जो संभावित प्रत्याशी चुनाव प्रचार में जुटे थे, वे अपने समर्थकों के साथ एक बार फिर मैदान में नजर आने लगे हैं।
हाई कोर्ट परिसर से लेकर प्रत्येक वकील की सीट तक बैठकों को दौर जारी है। कोविड काल में आए संकट को लेकर चर्चाएं हो रही हैं। पुरानी कार्यकारिणी के कार्य की समीक्षा भी जारी है। नए प्रत्याशी परिवर्तन का एजेंडा लेकर आए हैं। वे पूर्व में समुचित राहत न दिए जाने का तर्क देकर एक बार नए चेहरों पर भरोसा जताने की बात कह रहे हैं। वहीं पुरानी कार्यकारिणी के जो चेहरे फिर से मैदान में आने बेताव हैं, वे अपने कार्य गिना रहे हैं। राहत राशि का ब्योरा पेश कर रहे हैं। उनका कहना है कि कठिन हालात में भी संयम रखकर कार्य किए गए। सभी परेशान थे, ऐसे में पदाधिकारियों पर तोहमत ठीक नहीं है।
वकील समुदाय एकता बनाए रखकर नए सिरे से प्रयास करे। जिनके पास अनुभव है, उनको ही मौका दिया जाए। नए प्रत्याशी पद संभालने के बाद दायित्व को समझने में साल भर यूं ही निकाल देंगे। ऐसे में जो राहत लाने का प्रयास पुरानी कार्यकारिणी करती आई है, वह अधर में लटक जाएंगे। ऐसे में सोच-समझकर ही मतदान करना चाहिए। युवा वकील अपना मानस बनाने में जुटे हैं। वे सभी प्रत्याशियों के बारे में परस्पर विमर्श करके एकराय होने का मन बना चुके हैं। ऐसे में चुनाव बेहद रोमांचक होने के आसार हैं। इसे लेकर चर्चाओं का दौर जारी है। माना जा रहा है कि मार्च माह में अधिसूचना हर हाल में जारी हो जाएगी।