एमसीसी ने क्रिकेट संबंधी नियमों में किया बदलाव,नए नियम के तहत गेंद पर सलाइवा लगाने को किया बैन

क्रिकेट से जुड़े नियम बनाने वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने क्रिकेट के नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। इन नियमों में बदलाव क्रिकेट की बेहतरी के लिए किया गया है जिसे 1 अक्टूवर 2022 से लागू कर दिया जाएगा। एमसीसी द्वारा बदलाव किए गए प्रमुख नियमों की बात करें तो अब मांकडिंग को अब आफिशियल रन आउट माना जाएगा। इसके अलावा गेंद पर सलाइवा लगाने पर भी बैन लगा दिया गया है।

आपको बता दें कोरोना महामारी को देखते हुए सलाइवा संबंधी नियमों को लगाया गया था जिसे अब हमेशा के लिए लागू कर दिया गया है। इसके अलावा डेड बाल, वाइड बाल और रिप्लेसमेंट संबंधी नियमों में भी संशोधन किए हैं। आइए बदलाव किए गए नियमों को विस्तार से समझते हैं।

रिप्लेसमेंट नियम-

इसके तहत रिप्लेस किए गए खिलाड़ी को उसी रूप में लाया जाएगा मतलब गेंदबाज है तो उसके बदले गेंदबाज और बल्लेबाज है तो उसकी जगह बल्लेबाज। यदि उस खिलाड़ी ने उस इनिंग में बल्लेबाजी कर ली है तो उसका रिप्लेसमेंट ऐसा नहीं कर पाएगा।

मांकडिंग नियम अब खेल भावना के खिलाफ नहीं-

आए दिन इस नियम को लेकर विवाद होता है। आइपीएल 2019 में भी जब रविचंद्रन अश्विन ने जास बटलर को मांकड किया था तो क्रिकेट जानकारों ने अश्विन के खेल भावना पर सवाल उठाया था। लेकिन अब इस नियम को अब आफिशियल रन आउट माना जाएगा। इसलिए उम्मीद की जा सकती है कि अब इस नियम को लेकर कोई विवाद नहीं होगा।

गेंदबाजों द्वारा गेंद में सलाइवा(लार) लगाने संबंधी नियम-

कोरोना महामारी को देखते हुए ये नियम बनाया गया था लेकिन इतने दिनों में पाया गया कि इससे गेंदबाजों के स्विंग में कोई फर्क नहीं पड़ता है इसलिए इस नियम को हमेशा के लिए लागू कर दिया गया है।

कैच आउट के बाद नए बैटर द्वारा स्ट्राइक लेने संबंधी नियम

इस नियम में भी बड़ा बदलाव किया गया है। नए नियम के तहत यदि कोई बल्लेबाज कैच आउट होता है तो जो नया बल्लेबाज आएगा वो ही स्ट्राइक लेगा तब तक जबतक की ओवर न हुआ हो। पहले ऐसा होता था कि यदि कैच के दौरान बल्लेबाज ने रन लेने के प्रयास में एक दूसरे को क्रास कर लिया तो नया बल्लेबाज नान स्ट्राइकर पर चला जाता था। इस नियम को गेंदबाजों के विरुद्ध माना जाता था। बदलाव के बाद ये गेंदबाजों को राहत देगा।

डेड बाल संबंधी नियमों में बदलाव-

डेड बाल संबंधी नियमों में भी बदलाव किए हैं। नए नियम के तहत यदि किसी बाहरी गतिविधि जैसे किसी व्यक्ति या जानवर का मैदान में प्रवेश कर जाए या फिर किसी अन्य तरह से खेल मे रुकावट होने से उसे डेड बाल घोषित किया जाएगा।

वाइड बाल के निर्णय संबंधी नियमों में बदलाव-

टी20 क्रिकेट के आने से अक्सर देखा जाता है कि बैटर 360 डिग्री एंगल में घूम कर भी गेंद का पीछा करते हैं और ऐसी स्थिति में यदि गेंदबाज अपने बचाव के लिए गेंद बैटर से दूर फेंकता है तो उसे वाइड दे दिया जाता है। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। बैटर यदि गेंद का पीछा कर रहा है और वो इसे खेलने में सक्षम है तो इसे वाइड नहीं दिया जा सकेगा। इस नए नियम से भी गेंदबाजों को राहत मिलेगी

फिल्डर की अनावश्यक गतिविधि संबंधी नियम-

फिल्डिंग साइड द्वारा अनावश्यक मूवमेंट करने की स्थिति में पहले केवल डेड बाल दिया जाता था। लेकिन नए नियम के तहत बैटिंग करने वाली टीम को 5 रन पेनेल्टी के रूप में दिया जाएगा

एमसीसी द्वारा इन नए नियमों के जारी करने के बाद मैनेजर फ्रेजर स्टीवार्ट ने कहा कि 2017 कोड आफ ला के बाद क्रिकेट में कई तरह के पाजिटिव बदलाव आए। 2019 कोड से कुछ मामूली बदलाव की कोशिश की गई थी लेकिन 2022 कोड के लागू होने के बाद क्रिकेट में कई बड़े बदलाव देखने को मिलेंगे।

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