बिहार में डेंगू के तेजी से पांव पसार रहा है। बढ़ते प्रकोप को देखते हुए उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की समीक्षा बैठक के अगले दिन राज्य के मुख्य सचिव आमिर सुबहानी ने संबंधित विभागों के साथ बैठक की। उन्होंने बैठक में निर्देश दिया कि डेंगू की दवाओं का छिड़काव और फॉगिंग के लिए अभियान चलाएं ताकि डेंगू के मच्छर पनप नहीं पायें और इसके लार्वा को खत्म किया जा सके। उन्होंने स्वास्थ्य, नगर विकास, कृषि और वन एवं पर्यावरण विभाग को डेंगू से लोगों को बचाव के लिए आपस में समन्वय बनाकर काम करने को कहा है। राज्य में करीब 4 हजार लोग डेंगू से पीड़ित लो चुके हैं। कई की मौत भी हुई है।
मुख्य सचिव की समीक्षा बैठक में उक्त विभागों के आलाधिकारी, मेडिकल कॉलेजों सह अस्पताल के प्राचार्य और अधीक्षक के साथ-साथ चार जिलों पटना, गया, वैशाली और नालंदा के जिलाधिकारी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के साथ जुड़े थे। मुख्य सचिव ने कहा कि इन चारों विभाग के पास दवाओं आदि के छिड़काव के लिए कर्मी हैं। इसलिए आपस में तालमेल कर अधिक-से-अधिक कर्मियों को इस कार्य में लगाएं। साथ ही संबंधित दवाओं और उपकरणों की भी पर्याप्त मात्रा में व्यवस्था रखें, ताकि छिड़काव कार्य बाधित नहीं हो।
उन्होंने यह भी साफ किया कि डेंगू की जांच और इसके मरीजों के बेहतर इलाज में किसी भी स्तर से लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सरकार के स्तर पर इसकी नियमित जांच और समीक्षा की जा रही है। मेडिकल कॉलेज समेत हर अस्पताल में डेंगू के मरीजों के लिए पर्याप्त बेड रहे। वहां, पर 24 घंटे चिकित्सकों और चिकत्सा कर्मियों की तैनाती सुनिश्चित हो।
पटना
में शुक्रवार को डेंगू के 315 नये मरीज मिले। जिला मलेरिया कार्यालय के मुताबिक 168, पीएमसीएच में 84 व एनएमसीएच में 63 डेंगू के मरीज मिले हैं। पटना शहरी क्षेत्र में डेंगू के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। वहीं नगर निगम एक तरफ दावा कर रहा है कि फॉगिंग और एंटी लार्वा का छिड़काव लागतार किया जा रहा है। वहीं, चिकित्सकों का कहना है कि डेंगू अभी दिवाली तक लोगों को परेशान करेगा। शुक्रवार को मिले डेंगू के मरीजों में अजीमाबाद अंचल में 53, बांकीपुर अंचल में 53, कंकड़बाग अंचल में 16, पाटलिपुत्र अंचल में 24, नूतन राजधानी अंचल में 8 और पटना सिटी अंचल में 6 मरीज मिले हैं।
डेंगू के लिए जिला नियंत्रण कक्ष खुला डेंगू पर नियंत्रण एवं मरीजों के सहयोग के लिए डीएम डॉ. चंद्रशेखर सिंह के निर्देश पर जिला प्रशासन ने जिला डेंगू नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। यह 24 घंटे संचालित है। इस पर कोई भी व्यक्ति सुविधाओं के बारे में जानकारी ले सकता है।
यहां ब्लड बैंकों में उपलब्ध प्लेटलेट्स एवं खून की उपलब्धतता भी पता चलेगी। किन-किन लैब में डेंगू की निशुल्क जांच हो रही है, इसकी भी जानकारी डेंगू नियंत्रण कक्ष से मिलेगी। नियंत्रण कक्ष का नंबर 0612-2951964 है। प्रशासन ने वाट्सएप नंबर 7739851777 भी जारी किया है।
फुलवारीशरीफ में फॉगिंग के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति
डेंगू तेजी से फैल रहा है, लेकिन इसकी रोकथाम के लिए फॉगिंग के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। फुलवारीशरीफ के कई मोहल्ले इसकी चपेट में है। नया टोला, ईसापुर, ईसा नगर, नहरपुर समेत दर्जनों मोहल्ले में डेंगू फैल चुका है। नया टोले के राजू, मोनू, जुल्फेखार ने कहा कि कुछ इलाके की मुख्य सड़कों पर फॉगिंग की वीडियो और फोटो खींचकर पदाधिकारियों को भेज दी जाती है जबकि मोहल्ले के अंदर वाले इलाके में फॉगिंग नहीं कराई जा रही है। वहीं नगर परिषद कार्यपालक पदाधिकारी मनोज कुमार ने कहा कि बड़ी गाड़ी और साइकिल से दवा का छिड़काव किया जा रहा है। नया टोला के सेराज ने कहा कि उनके पड़ोस में कई लोगों को डेंगू की शिकायत है। इलाज चल रहा है।
बावजूद इसके अब तक कुछ जगहों पर फॉगिंग हुई है। ईसा नगर के पप्पू ने कहा कि अब तक मोहल्ले में ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव नहीं हुआ है। नगर परिषद ईसा नगर में कोई ध्यान नहीं दे रही है।
दानापुर इलाके में कराई जा रही विशेष फॉगिंग
डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए नगर परिषद की ओर से फॉगिंग कार्य तेज कर दिया गया है। शुक्रवार को अनुमंडलीय अस्पताल में विशेष रूप से फॉगिंग की गई। शहर के विभिन्न इलाको में भी नगर परिषद की ओर से फॉगिंग कराई गई। प्रशासक सुशील कुमार ने बताया कि डेंगू से बचाव के लिए फॉगिंग करायी जा रही है। इसके साथ ही साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सभी 40 वार्डों में फॉगिंग का निर्देश दिया गया है। सनद हो छावनी क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले दानापुर थाने में डेंगू फैल गया है। कई पुलिस कर्मी डेंगू की चपेट में आ चुके हैं। उधर छावनी परिषद कर्मी फिरोज ने बताया कि छावनी क्षेत्र में भी फॉगिंग एवं दवा का छिड़काव कराया जा रहा है।