उसरी चट्टी कांड में माफिया मुख्तार अंसारी की पेशी मंगलवार को एक बार फिर टल गई है। इसके पहले भी दो बार इस मामले में अंसारी की पेशी टल चुकी है। एक बार सुरक्षा कारणों से, दूसरी बार घने कोहरे की वजह से। इस बार पेशी क्यों टली है अब तक स्पष्ट नहीं हो सका है। बता दें कि 21 साल पुराने इस मामले में आरोपी बनाए गए मुख्तार के जानी दुश्मन को बृजेश सिंह को पिछले दिनों कोर्ट में पेश किया गया था। मुख्तार अंसारी फिलहाल बांदा जेल में बंद है। पिछली बार बताया गया था कि कोहरे के कारण मुख्तार की पेशी नहीं हो पाई।
2001 में उसरी चट्टी में हुए गैंगवार में दो लोगों की मौत हो गई थी। यह गैंगवार पूर्वांचल के बाहुबली बृजेश सिंह और मुख्तार अंसारी के गिरोहों के बीच हुई थी। इसमें 15 जुलाई को मुख्तार अंसारी के काफिले पर उसरी चट्टी में घात लगाकर हमला किया गया था। हमले का आरोप बृजेश सिंह, त्रिभुवन सिंह और उनके साथियों पर लगा था। हमले में मुख्तार अंसारी का गनर रामचंदर और रुस्तम मारा गया था।
पेशी को लेकर कल से अलर्ट मोड पर था प्रशासन
मुख्तार की पेशी को लेकर प्रशासन कल से अलर्ट मोड पर था। गाजीपुर कोर्ट में पूरी तैयारी की गई थी। सोमवार को एसपी सिटी गोपीनाथ सोनी निरीक्षण कर डयूटी चार्ट तैयार किया। उन्होंने अधीनस्थों को जरूरी निर्देश दिए थे। जिला और सत्र न्यायालय की एमपी/एमएलए कोर्ट में मंगलवार को पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की पेशी होनी थी। एसीएस होम के निर्देश के बाद मुख्तार की पेशी के दौरान कोर्ट की सुरक्षा को लेकर होमवर्क किया गया था। न्यायालय सुरक्षा प्रभारी एसपी सिटी गोपीनाथ सोनी ने मुख्तार अंसारी को कोर्ट तक लाने और अंदर पेशी कराने का रूटमैप तैयार किया था। मंगलवार को तय रूट से गाजीपुर जिला कोर्ट लाया जाना था। कहा जा रहा था कि सुनवाई पूरी नहीं होने पर मुख्तार को आसपास की किसी भी जेल में शिफ्ट किया जाएगा।
वकील ने बताया था जान को खतरा
मुख्तार अंसारी के वकील लियाकत अली ने पेशी के दौरान कड़ी सुरक्षा की मांग की थी। कहा कि मुख्तार को जेल के अंदर और जेल से बाहर लाने और ले जाने में जान को खतरा है। प्रशासन और जज से सुरक्षा की मांग की थी।