53वें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह के आयोजन में हुई नाकामियों को लेकर सरकार ने राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम लिमिटेड (एनएफडीसी) के प्रबंध निदेशक पद से बर्खास्त कर दिया है। इसके साथ ही सूचना प्रसारण मंत्रालय में संयुक्त सचिव (फिल्म) के रूप में कार्यरत पृथुल कुमार (आईआरटीएस: 2000) को अगले छह महीने की अवधि के लिए तत्काल प्रभाव से एनएफडीसी) के प्रबंध निदेशक का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया है।
NFDC के सूत्रों ने बताया
एनएफडीसी सूत्रों के अनुसार, भाकर को फिल्म समारोह और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड के मामलों को संभालने में बार-बार अक्षम तरीके से हैंडल करने के कारण बर्खास्त किया गया है। बताया जाता है कि उन्होंने कई विदेशी फिल्म समारोहों का दौरा किया लेकिन शीर्ष सेलेब्रिटी और साझेदारियों को लाने में असफल रहे।
फिल्म समारोह
सूत्र ने कहा कि पहले विक्रमजीत रॉय, जो फिल्म फैसिलिटेशन ऑफिस के प्रमुख थे, को उनकी भूमिका इन्वेस्ट इंडिया को सौंपने के बाद निरर्थक बना दिया गया था और यह संभावना थी कि एनएफडीसी में अधिक प्रमुख रोल करेंगे जिनमें से अधिकांश अनुबंधित कर्मचारी हैं। यह फिल्म समारोह अंतर्राष्ट्रीय जूरी के अध्यक्ष के चयन और द कश्मीर फाइल्स को शामिल किए जाने के खिलाफ आए उनके बयानों को लेकर भी विवादों में रही।