रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर देश की कई बड़ी महिला पहलवान द्वारा यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने के बाद मामला अब बढ़ता जा रहा है। पहलवानों के एक दल ने बीते दिन खेल मंत्रायल के अधिकारियों से मिल बृजभूषण को हटाने और कानूनी कार्रवाई करने की मांग की। इस बीच आज दोपहर 4 बजे उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के नवाबगंज स्थित कुश्ती प्रशिक्षण केंद्र में बृजभूषण शरण प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे।
बृजभूषण शरण बोले- राजनीतिक साजिश का करूंगा पर्दाफाश
बृजभूषण शरण आज दोपहर 4 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। बृजभूषण ने ट्वीट कर कहा है कि इस कॉन्फ्रेंस में वे उनके खिलाफ हो रही साजिश का पर्दाफाश करेंगे। बता दें कि दिल्ली ओलिंपिक व अन्य अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता पहलवान शुक्रवार को तीसरे दिन भी जंतर-मंतर पर धरने पर बैठेंगे। वे भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और कैसरगंज से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
मुक्केबाज विजेंदर सिंह भी प्रदर्शन में शामिल
भारतीय कुश्ती महासंघ के खिलाफ दिल्ली के जंतर-मंतर पर पहलवानों के विरोध प्रदर्शन में मुक्केबाज विजेंदर सिंह भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि मैं आज यहां पहलवानों से मिलने आया हूं और सभी के साथ हमेशा खड़ा रहूंगा।
मांगें पूरी होने तक प्रदर्शन जारी रहेगा
सर्वाधिक आक्रोशित नजर आ रहीं ओलिंपियन विनेश फौगाट ने कहा कि बृजभूषण का त्यागपत्र लेंगे और जेल भी भिजवाएंगे। जब तक मांगें पूरी नहीं होतीं, प्रदर्शन जारी रहेगा। हमारी जान चली जाए मंजूर है, लेकिन कुश्ती के भविष्य को संवारकर ही दम लेंगे। बीते दिन केंद्र सरकार की ओर से पूर्व पहलवान बबीता फौगाट जंतर-मंतर पर पहुंचीं और प्रदर्शन कर रहे पहलवानों को हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। उनके साथ बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक ने सरकार के प्रतिनिधियों से भेंट की।
समाधान नहीं निकला तो एफआइआर कराएंगेः विनेश
वार्ता का कोई ठोस नतीजा नहीं निकला तो प्रेस कान्फ्रेंस में पहलवानों ने नाराजगी जाहिर की। विनेश ने कहा कि हमने बृजभूषण शरण सिंह पर जो इल्जाम लगाए हैं वो पूरी तरह से सही हैं। कल तक हमारे साथ एक महिला पहलवान थी, लेकिन अब चार से पांच पहलवान हैं, जिनके साथ गलत हुआ है। हमें सामने आने के लिए मजबूर नहीं किया जाए। हम सम्मान को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। सबके सामने यह नहीं कहना चाहते कि हमारे साथ क्या-क्या हुआ है। हम कानूनी तरीके से आगे नहीं जाना चाहते, लेकिन समाधान नहीं निकला तो एफआइआर भी दर्ज कराएंगे। अगर हम जैसे पहलवानों के साथ ऐसा हो रहा है तो बाकी लड़कियां कितनी सुरक्षित हैं। अगर हम भी सुरक्षित नहीं हैं तो हिंदुस्तान में एक भी लड़की का जन्म नहीं होना चाहिए।