भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआइ) और पहलवानों के बीच ‘दंगल’ तीसरे दिन खत्म हो गया। डब्ल्यूएफआइ अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह पर लगे आरोपों की जांच दो समितियों के हवाले की जाएगी। खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पहलवानों के साथ शुक्रवार देर रात बैठक के बाद आरोपों की जांच के लिए एक समिति बनाने की घोषणा की।
आज समिति की होगी घोषणा
बता दें कि समिति में कम से कम तीन सदस्य होंगे। खेल मंत्रालय शनिवार को समिति के सदस्यों की घोषणा करेगा। यह समिति चार सप्ताह में सभी आरोपों की जांच करेगी। जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती है, तब तक बृजभूषण शरण सिंह डब्ल्यूएफआइ से खुद को अलग रखेंगे। बृजभूषण शरण सिंह ने इस्तीफा देने से साफ इनकार कर दिया है। खेल मंत्री से मुलाकात के बाद पहलवान धरना खत्म करने के लिए तैयार हो गए।
चार सप्ताह में जांच होगी पूरी
खेल मंत्री ने कहा कि सभी खिलाड़ियों ने भारतीय कुश्ती संघ पर गंभीर आरोप लगाए और क्या सुधार ये चाहते हैं, ये बात भी सामने आई। उन्होंने कहा कि एक ओवरसाइट कमेटी का गठन किया जाएगा। अगले 4 हफ्तों में ये अपनी जांच को पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि हमने उसी दिन जवाब मांग लिया था। मांगे जो रखी गई उस पर सबने सहमति बनाई। एक कमेटी बनाई जाएगी, जो चार हफ्ते कमेटी सभी आरोपों को जांच करेगी। बता दें कि कम से कम तीन सदस्यों को कमेटी बनेगी। उस कमेटी में महिलाओं की संख्या ज्यादा होगी। जो आइओए की कमेटी है वह आंतरिक शिकायत कमेटी है। ये किसी भी खेल संघ में महिलाओं से जुड़े मामलों को जांच करेगी।
खिलाड़ियों ने रखी अपनी बात
बजरंग पूनिया ने कहा, ‘मैं सबका धन्यवाद देता हूं। हमें विश्वास है कि निष्पक्ष जांच होगी। मंत्री जी ने खिलाड़ियों को सुरक्षा का आश्वासन दिया है।’ उन्होंने कहा कि कुश्ती संघ की तरफ से खिलाड़ियों को पहले धमकी मिली हैं लेकिन मंत्री जी ने कहा है कि हम सब आपके साथ हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने हमेशा खिलाड़ियों का साथ दिया है। हम धरना नहीं देना चाहते थे लेकिन पानी सिर के ऊपर से निकल गया था। मीडिया का धन्यवाद देना चाहता हूं क्योंकि हमें आपके साथ की जरूरत थी वो हमें मिला है।