केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि भारत में डिजिटल कर्ज डिजिटल भुगतान से भी बड़ा होने वाला है और देश की अर्थव्यवस्था में यह एक-दो प्रतिशत की वृद्धि करेगा। यूट्यूब पर डाली एक वीडियो रील में वैष्णव ने प्रौद्योगिकी कंपनी गूगल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (उपकरण और सेवा) रिक ऑस्टरलो व अन्य प्रतिनिधियों से बात करते हुए यह उम्मीद जताई। वह ‘गूगल फॉर इंडिया’ कार्यक्रम के मौके पर गूगल के वरिष्ठ अधिकारियों से बात कर रहे थे।
यहां ऑस्टरलो ने घोषणा की है कि कंपनी की प्रीमियम स्मार्टफोन श्रंखला पिक्सल भारत में बनाई जाएगी। इस दौरान, स्वनिधि योजना के बारे में बात करते हुए वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का काम सबसे कमजोर वर्ग के लोगों को लाभ देने पर केंद्रित रहा है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री ने कहा, “डिजिटल कर्ज डिजिटल भुगतान से बड़ा होने जा रहा है क्योंकि देश में बहुत अधिक उद्यमशीलता ऊर्जा है और कर्ज तक पहुंच की कमी इसे रोक रही है।
एक बार जब आपके पास मूलरूप से प्रतिस्पर्धी दर पर ऋण तक आसान पहुंच होगी, तो मैं आपको बता सकता हूं कि डिजिटल कर्ज के कारण इस देश में एक-दो प्रतिशत अतिरिक्त वृद्धि होगी।” कार्यक्रम में गूगल ने घोषणा की कि ‘गूगलपे’ अब मंच पर भारत के कुछ शीर्ष ऋणदाताओं से अनुकूलित ऋण उत्पादों की पेशकश करके लोगों और छोटे व्यवसायों को विश्वसनीय और जिम्मेदार औपचारिक कर्ज उपलब्ध कराएगा। मंत्री ने मीडिया से कहा कि डिजिटल ऋण से बाजार में ऋणदाताओं के बीच प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी जिससे देश में ब्याज दर में गिरावट आएगी।