पंजाब: गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व पर सिख संगत के लिए अच्छी खबर

यू.ए.ई. में ओमान से सटे आखिरी शहर रस अल खेहमा में पिछले 4 साल से निर्माणाधीन गुरुघर गुरु नानक दरबार की इमारत बनकर तैयार हो गई है। गुरु नानक देव जी के प्रकाश पर्व को ध्यान में रखते हुए गुरु ग्रंथ साहिब जी का पहला प्रकाश इसी गुरु घर में किया गया है।

इस गुरुघर को तैयार करने में 4 साल का समय लगा है। यह गुरुघर करीब डेढ़ एकड़ में सुशोभित है। यह दुबई का दूसरा सबसे बड़ा गुरुघर है जिसमें एक बड़ा हॉल और खुली जगह है। आपको बता दें कि गुरु घर के लिए जमीन स्थानीय शेख द्वारा दान में दी गई है। स्थानीय शेख साऊद बिन साकर अल कश्मीर ने 24 नवम्बर को औपचारिक रूप से उद्घाटन में भाग लिया। कल पूरे संयुक्त अरब अमीरात से 20 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने प्रकाश पर्व समारोह में भाग लिया।

पहले दिन के उद्घाटन समारोह के दौरान जत्थेदार श्री अकाल तख्त एस. रघबीर सिंह, श्री दरबार साहिब के ग्रंथी सिंह रबेल सिंह, संत बाबा गुरदयाल सिंह टांडेवाले और संयुक्त अरब अमीरात की पूरी मंडली उपस्थित थी। बता दें कि गुरुघर को स्थानीय संगत ने अपने स्तर पर तन, मन और धन की सेवा से तैयार किया है। फिलहाल संगत पूरी व्यवस्था को सेवा के तौर पर चला रही है।

वैसे गुरुघर में 8 सदस्यीय कमेटी है जिसके सदस्य तलविंदर सिंह, बलविंदर सिंह, सुरिंदर सिंह, सुखराज सिंह, जसबीर सिंह, दलजीत सिंह, बलवीर सिंह, जतिंदर सिंह प्रबंधक बलजीत सिंह, ग्रंथी सिंह इश्मीत सिंह और जसबीर सिंह हैं। रसोइया के रूप में हरदेव सिंह, मंजीत सिंह, दी.पी. और अंग्रेज सिंह संघा की तरफ से निभाई जा रही हैं तथा लेखा विभाग अमनदीप सिंह के पास है। गुरुघर में पहले दिन सुबह साढे 4 बजे प्रकाश किया गया। उसके बाद पांच बाणीयों का पाठ किया गया, फिर आसा की वार और फिर कीर्तन किया गया।

विधि के अनुसार प्रतिदिन 5 बाणीयां पढऩे के साथ रोजाना रोजाना 7 बजे तक कीर्तन होगा। गुरुघर सातों दिन खुला रहेगा। यहां 24 घंटे लंगर की सुविधा है और रविवार को दीवान सजाए जाएंगे। 26 नवम्बर को भाई पिंदरपाल सिंह, भाई हरजिंदर सिंह श्रीनगर, बाबा अवतार सिंह सुर सिंह वालों के साथ बाबा गुरदयाल सिंह टांडेवाले ने कथा और कीर्तन किया। इसी तरह आज सुबह और शाम को भी कीर्तन और दीवान होगा। आपको बता दें कि रस अल-खेहमा में सिख समुदाय 2000 से भी ज्यादा है। इसके साथ फजीरा, शारजाह, अजमान और उम अल कुवेंन लगते हैं। गुरु घर में दुबई से भी संगत आती है।

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