जाने क्‍यों इस विमान से बढ़ गई अमेरिका और भारत की चिंताए, पढ़े पूरी खबर

 चीन की सरकारी न्‍यूज वेबसाइट ग्‍लोबल टाइम्‍स ने दावा किया है कि देश में एक लड़ाकू विमान जे-16 डी को असल युद्ध की स्थितियों का सामना करने के लिए रियल काम्‍बेट ट्रेनिंग पर भेज दिया है। इस विमान पर अमेरिका और भारत की पैनी नजर है। यह विमान चीन के जे-20 स्‍टेल्‍थ लड़ाकू विमान के साथ मैदान में उतरेगा। ग्‍लोबल टाइम्‍स के मुताबिक, यह विमान युद्ध जैसी स्थितियों के लिए एक दम तैयार है। आखिर जे16 डी लड़ाकू विमान की क्‍या खासियत है। इस विमान से अमेरिका और भारत की चिंताए क्‍यों बढ़ गई है। इससे भारत और अमेरिका का सुरक्षा तंत्र कैसे प्रभावित होगा।

आखिर क्‍या है इस विमान की खूबियां

भारत और चीनी वायु सेना की क्‍या है तैयारी

1- भारत के पास लगभग 270 लड़ाकू विमान और 68 ग्राउंड अटैक फाइटर जेट हैं। वहीं, भारत ने पिछले कुछ दशकों में चीन से लगी सीमा पर कई हवाई पट्टियों का निर्माण किया है, जहां से ये फाइटर जेट आसानी से उड़ान भर सकते हैं। एक अध्‍ययन के मुताबिक चीन के पास 157 फाइटर जेट्स और एक छोटा ड्रोन का बेड़ा भी है। इस अध्‍ययन में बताया गया है कि चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी एयरफोर्स भारत से लगी सीमा क्षेत्र में आठ ठिकानों का उपयोग करती है, लेकिन इनमें से अधिकांश नागरिक हवाई क्षेत्र हैं।

2- इस अध्ययन में यह दावा किया गया है कि तिब्बत और शिनजियांग में चीनी हवाई ठिकानों की अधिक ऊंचाई, क्षेत्र में आम तौर पर कठिन भौगोलिक और मौसम की स्थिति के कारण चीनी लड़ाकू विमान अपने आधे पेलोड और ईंधन के साथ ही उड़ान भर सकते हैं। इस मामले में भारतीय वायु सेना की स्थिति काफी बेहतर है। भारतीय लड़ाकू विमान पूरी क्षमता के साथ हमला कर सकते हैं। चीन के एरियल रिफ्यूलिंग कैपसिटी मतलब हवा में ईंधन भरने की क्षमता भी कम है। उसके पास पर्याप्त संख्या में एरियल टैंकर नहीं हैं।

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