च‍िनफ‍िंग का राष्‍ट्रपति बनने का ऐलान ऐसे वक्‍त हुआ है जब अपने चरम पर है भारत और चीन का सीमा विवाद

चीन की कम्‍युनिस्‍ट पार्टी में अब एकछत्र राज चीनी राष्‍ट्रपति शी चिनफ‍िंग का होगा। चीन की राजधानी बीजिंग में बंद दरवाजे के भीतर कांग्रेस के दो हजार प्रतिनिधियों के बीच इस बात का ऐलान हुआ कि आने वाले पांच वर्षों में देश की कमान शी चिनफ‍िंग के हाथों में होगी। इस बैठक में उन्‍हें देश के नायक और एक युगपुरुष के रूप में पेश किया गया। उनकी तुलना मोआत्‍से तुंग से की गई। चिनफ‍िंग के विचारों को संविधान में शामिल करने का फैसला भी लिया गया। खास बात यह है कि च‍िनफ‍िंग का राष्‍ट्रपति बनने का ऐलान ऐसे वक्‍त हुआ है जब भारत और चीन का सीमा विवाद चरम पर है। ऐसे में कांग्रेस की इस बैठक के क्‍या निहितार्थ होंगे। चिनफ‍िंग का नया दौर कैसा होगा। अमेरिका और चीन के रिश्‍ते में क्‍या होगा सुधार। क्‍या दुनिया में एक नए शीत युद्ध की दस्‍तक होगी।

चीन में और मजबूत हुए चिनफ‍िंग

एक नए शीत युद्ध की हो सकती है शुरुआत

प्रो. पंत का कहना है कि चिनफ‍िंग देश के आंतरिक राजनीति में काफी मजबूत हुए हैं। उन्‍होंने कहा कि इन पांच वर्षों में चिनफ‍िंग बाहरी जगत के लिए खासकर अपने प्रतिद्वंद्व‍ियों के लिए और आक्रामक हो सकते हैं। उनके तेवर और सख्‍त हो सकते हैं। उन्‍होंने कहा कि चिनफ‍िंग के मजबूत होने से दुनिया में शस्‍त्रों की एक नई होड़ शुरू हो सकती है। चीन की अमेरिका के साथ वर्चस्‍व की जंग में और तेजी आ सकती है। उन्‍होंने कहा कि इस बात की आशंका प्रबल है कि दुनिया में एक नए शीत युद्ध की शुरुआत हो सकती है। इसके अलावा चीन का भारत समेत अन्‍य सीमावर्ती देशों के साथ संघर्ष बढ़ सकता है। ताइवान को लेकर भी चीन और आक्रामक रुख अपना सकता है। इन पांच वर्षों में चीन हांगकांग की तर्ज पर ताइवान को भी चीन में शामिल करने का बड़ा यत्‍न कर सकता है।

राष्ट्रपति बनने के लिए संविधान में संशोधन

चिनफ‍िंग के पूर्व राष्ट्रपति रहे सभी नेता पांच साल के दो कार्यकाल या 68 साल की आयु होने के अनिवार्य नियम के बाद रिटायर हो चुके हैं। 2018 में हुए अहम संविधान संशोधन के बाद चिनफ‍िंग को तीसरे कार्यकाल के लिए चुने जाने का रास्ता साफ हो गया था। च‍िनफ‍िंग को छोड़कर पार्टी के अन्य सभी पदाधिकारी दो कार्यकाल पूरा होने के बाद रिटायर हो सकते हैं, जिनमें प्रधानमंत्री ली क्विंग भी शामिल हैं। पार्टी ने कहा है कि चिनफ‍िंग के नेतृत्व में चीन में समाजवाद का नया युग आया है।

चिनफ‍िंग के खिलाफ बयान अपराध माना जाएगा

बता दें कि पिछले चार दिनों से बीजिंग में चल रही कम्युनिस्ट पार्टी की हाई लेवल मीटिंग गुरुवार को खत्म हो गई। इस बैठक में पार्टी के इतिहास पर एक नया रिजाल्यूशन पास किया गया। इसमें 68 वर्षीय राष्ट्रपति शी चिनफ‍िंग को माओत्से तुंग और देंग के बाद चीन का सबसे बड़ा नेता घोषित किया गया। इस फैसले के बाद पार्टी की ऐतिहासिक उपलब्धियों में चिनफ‍िंग का नाम भी अमर हो गया है। अब चिनफ‍िंग के खिलाफ बयानबाजी को चीन में अपराध माना जाएगा। उनके खिलाफ उठी हर आवाज दबा दी जाएगी।

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