संसद की सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस चौकस,खालिस्तानी आतंकी डाल सकते हैं आयोजन में खलल…

गणतंत्र दिवस पर संसद समेत दिल्ली के सभी सरकारी भवनों व अन्य महत्वपूर्ण स्थानों की सुरक्षा को लेकर पुलिस अभी से चौकन्नी हो गई है। पिछले दिनों संसद में हुए हंगामे के बाद से पुलिस और भी ज्यादा सतर्क है। इधर, खुफिया विभाग ने दिल्ली पुलिस व सुरक्षा एजेंसियों को इनपुट दिए हैं कि शरारती तत्व या भगतसिंह क्लब के अन्य सदस्य समारोह के दौरान हंगामा कर सकते हैं।

यही नहीं, कनाडा में बैठा खालिस्तानी आतंकी गुरपंतवंत सिंह पन्नू भी गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान खालिस्तान समर्थक पोस्टर, पम्पलेट व दीवार पर लिखकर देश की छवि को खराब कर सकता है। इसको लेकर पुलिस ने अभी से व्यवस्थाएं चाक-चौबंद करनी शुरू कर दी हैं।

दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आतंकी पन्नू को लेकर भी गंभीर इनपुट मिले हैं। जी-20 के दौरान भी पन्नू ने खालिस्तानी समर्थक पोस्टर लगाकर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए थे। दिल्ली पुलिस अधिकािरयों के अनुसार इस तरह के इनपुट मिले हैं कि शरारती तत्व भी समारोह के दौरान संसद जैसा हंगामा कर सकते हैं।

ऐसे में नई दिल्ली जिला पुलिस के सभी अफसरों को गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान या उससे पहले इस तरह के हंगामे को रोकने के सख्त आदेश दिए हैं। ये आदेश दिए गए हैं कि कर्तव्य पथ व उसके आसपास कोई शरारती तत्व पहुंच न पाएं। इन जगहों पर 24 घंटे सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए गए हैं। थानाध्यक्षों को आदेश दिए गए हैं कि गश्त में वह या फिर एटीओ रहेगा। हर थाना इलाके में ज्यादा से ज्यादा गश्त करने और पुलिस की इलाके में ज्यादा से ज्यादा उपस्थिति के आदेश दिए गए हैं।

पुलिस आयुक्त ने बुलाई बैठक
गणतंत्र दिवस को लेकर मिले इनपुट के बाद दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने सोमवार शाम को दिल्ली पुलिस के सभी 15 जिलों के पुलिस उपायुक्त की बैठक बुलाई थी। ये बैठक पुलिस हैडक्वार्टर में बुलाई थी। इस बैठक में पुलिस आयुक्त ने 26 जनवरी को लेकर सभी पुलिस उपायुक्त को अलर्ट रहने के आदेश दिए हैं।

वहीं नई दिल्ली जिले के पुलिस उपायुक्त प्रणव तायल ने नई दिल्ली व कर्तव्य पथ के पास स्थित ऊंची इमारत के मालिक व अन्य लोगों के साथ बैठक की और सुरक्षा कदम उठाने को कहा। बैठक के बाद दिल्ली पुलिस ने सभी ऊंची इमारतों पर आधुनिक हथियारों से लैस सुरक्षाकर्मी तैनात कर दिए हैं।

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