भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने अफगानिस्तान के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की। इस दौरान अफगानिस्तान के लोगों को भारत की ओर से भेजे जा रहे मानवीय सहायता को लेकर बातचीत हुई। साथ ही चाबहार पोर्ट के अफगानिस्तानी लोगों की ओर से उपयोग को लेकर भी चर्चा हुई। विदेश मंत्रालय में पाकिस्तान, अफगानिस्तान और ईरान प्रभाग के प्रमुख संयुक्त सचिव जेपी सिंह ने गुरुवार को तालिबान के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्ताकी के साथ बातचीत की।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने अफगान अधिकारियों के वरिष्ठ सदस्यों, पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई, अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन के अधिकारियों और अफगान व्यापार समुदाय के सदस्यों से मुलाकात की। सिंह और मुत्ताकी ने सुरक्षा, व्यापार और नशीले पदार्थों के मुकाबले के तरीकों से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की।
मानवीय सहायता के लिए भारत का आभार व्यक्त करते हुए मुत्ताकी ने कहा कि काबुल भारत के साथ राजनीतिक और आर्थिक संबंधों को मजबूत करना चाहता है। तालिबान के विदेश मंत्री ने अफगान व्यापारियों, मरीजों और छात्रों के लिए भारत द्वारा वीजा जारी करने की सुविधा प्रदान करने का आह्वान किया। भारत ने अब तक अफगानिस्तान में तालिबान शासन को मान्यता नहीं दी है।