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आज फाल्गुन अमावस्या पर बन रहा सर्वार्थ सिद्धि योग, रखें इन बातों का विशेष ध्यान

अमावस्या तिथि हिंदुओं के बीच बड़ा धार्मिक महत्व रखती है। इस दिन भगवान विष्णु और पितरों की पूजा का विधान है। ऐसा कहा जाता है कि अगर इस दिन पितरों का तर्पण या फिर गंगा नदी में स्नान और दान किया जाए, तो दोगुना फल प्राप्त होता है। साथ ही मोक्ष की प्राप्ति होती है।

इस साल फाल्गुन अमावस्या 10 मार्च यानी आज मनाई जा रही है। वहीं, आज सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है, जिसमें किए गए हर कार्य सफल होते हैं। इसके साथ ही जीवन उन्नति की ओर आगे बढ़ता है।

सर्वार्थ सिद्धि योग का समय

सर्वार्थ सिद्धि योग – रात्रि 01 बजकर 55 मिनट से प्रात: 06 बजकर 35 मिनट तक

विजय मुहूर्त – दोपहर 02 बजकर 30 मिनट से 03 बजकर 17 मिनट तक

गोधूलि मुहूर्त – शाम 06 बजकर 24 मिनट से 06 बजकर 49 मिनट तक।

सर्वार्थ सिद्धि योग में किए जाते हैं ये कार्य
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सर्वार्थ सिद्धि योग में किसी भी प्रकार के नए कार्य जैसे- व्यापार की शुरुआत करना, शिक्षा ग्रहण करना, नई नौकरी की शुरुआत करना, पूजा-पाठ आदि करना बेहद शुभ माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि सर्वार्थ सिद्धि योग में किए गए सभी कार्य सिद्ध और सफल होते हैं। साथ ही कल्याण की ओर ले जाते हैं।

सर्वार्थ सिद्धि योग पर इन कार्यों से करें परहेज
सर्वार्थ सिद्धि योग को लेकर यह भी कहा जाता है कि अगर यह द्वितिया और एकादशी के दिन बन रहा हो तो इसके शुभ परिणाम नहीं मिलते हैं। इसके साथ ही अगर इस योग पर शनिवार का दिन पड़ रहा हो, तो यह लोहा, तेल आदि खरीदने के लिए अच्छा नहीं होता है। बता दें, इस योग में विवाह, यात्रा और गृह प्रवेश करना भी शुभ नहीं माना जाता है।

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