मंडलायुक्त की सख्ती के बाद गेहूं दूसरे प्रांतों को भेजने पर लगाम लगी है। विभाग के अधिकारियों का मानना है कि इसी कारण मुरादाबाद मंडल गेहूं क्रय मामले में प्रदेश में पहले स्थान पर पहुंच गया है। इधर मुरादाबाद जिला भी गेहूं की सरकारी खरीद के मामले में मुरादाबाद जिला मंडल में पहले स्थान पर आ गया है।
शासन की तरह से जारी आंकड़ों के अनुसार लक्ष्य के अनुसार मुरादाबाद जिले के क्रय केंद्रों से 27886 मीटरी टन (36.69 प्रतिशत) गेहूं की खरीद हुई है। दूसरे नंबर पर आए संभल जिले ने अभी तक 25.67 प्रतिशत गेहूं क्रय किया है। इसी प्रकार रामपुर जिले ने 20.10 प्रतिशत, बिजनौर जिले ने 19.28 प्रतिशत और अमरोहा जिले में सबसे कम 7.29 प्रतिशत की खरीद की है।
इस मामले में 29 अप्रैल को आए प्रदेश के नोडल अधिकारी कामता प्रसाद सिंह ने कम खरीद करने पर अमरोहा और बिजनौर के अधिकारियों को फटकार लगाई थी। कुछ एजेंसियों के अधिकारियों पर भी सख्त कार्रवाई करने की हिदायत दी थी।
इस बारे में मुरादाबाद के डिप्टी आरएमओ राजेश्वर प्रताप सिंह ने बताया कि जिले के 86 क्रय केंद्रों से खरीद बढ़ाने के लिए रात दिन प्रयास किया जा रहा है। बाहर जाने वाले गेंहू की खेप को रोकने के लिए एडीएम प्रशासन ने गोदामों पर छापा भी मारा था। इसी कारण गेहूं की खरीदारी बढ़ी है। अभी खरीद तेजी के साथ आगे बढ़ने की संभावना है।
मंडल स्तर पर 23.26 प्रतिशत की खरीद
मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह ने बाहरी प्रांतों में गेहूं भेजने पर रोक लगाने के सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को भी सहयोग देने की हिदायत दी थी। समझा जाता है कि इसी कारण खरीदारी धीरे धीरे बढ़ते हुए प्रदेश में नंबर एक पर पहुंच गई है।
मुरादाबाद मंडल में अभी तक क्रय केंद्रों से 94190 मीटरी टन अर्थात लक्ष्य की तुलना में 23.26 प्रतिशत गेहूं की खरीद हुई है। प्रदेश में दूसरे नंबर पर आए झांसी मंडल ने 23.11 प्रतिशत गेहूं की खरीद की है।