सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया (SPNI) के MD और CEO एनपी सिंह (NP Singh) ने 25 साल के कार्यकाल के बाद अपने पद से इस्तीफा दे दिया। हालांकि, नए उत्तराधिकारी मिलने तक वह कंपनी के साथ अपनी वर्तमान भूमिका में बने रहेंगे। सिंह 1999 से SPNI के साथ हैं।
NP Singh ने कही ये बात
कंपनी के स्टाफ को भेजे गए एक ईमेल में सिंह ने कहा कि अपने करियर में लगभग 44 वर्षों के बाद, उन्होंने कंपनी के MD और CEO के पद से हटने का फैसला लिया है। उन्होंने आगे कहा, “अपनी टीम के साथ बेंचमार्क हासिल करने के बाद अब मैं समाजिक परिवर्तन पर फोकस करने और ऑपरेशनल रोल से सलाहकार भूमिकाओं में जाने के लिए तैयार हूं।”
उन्होंने ये भी जानकारी दी कि वह तब तक अपनी भूमिका निभाएंगे जब तक इस पद को संभालने के लिए कोई सही व्यक्ति नहीं मिल जाता। SPNI CEO ने कहा कि कंपनी ने एक अच्छा कैंडिडेट को ढूंढने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है, जो कि कंपनी की सबसे बड़ी प्राथमिकता है।
FY25 के लिए एन पी सिंह ने बताया था प्लान
सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया (Sony Pictures Networks India) के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ एन पी सिंह ने पिछले महीने कहा था कि कंपनी प्रभावशाली कंटेंट के माध्यम से अपने सब्सक्राइबर बेस और रेवेन्यू को बढ़ावा देना चाहती है। उन्होंने जानकारी दी थी कि कंपनी रणनीतिक साझेदारी पर भी ध्यान दे रही है।
सिंह ने एक इंटरनल न्यूजलेटर में कर्मचारियों को लिखा था कि कंपनी वित्त वर्ष 2024 से अनुभव और सबक लेगी, जो आगे बढ़ने के लिए कदम उठाएगी। उन्होंने कहा, “वित्त वर्ष 2025 की ओर बढ़ते हुए, हम एक चुनौतीपूर्ण वर्ष के लिए तैयारी कर रहे हैं लेकिन रचनात्मक भावना और मजबूत संकल्प के साथ तैयार हैं।” इसके अलावा, सिंह ने कहा, “हमारा लक्ष्य प्रभावशाली कंटेंट के माध्यम से दर्शकों को आकर्षित करना और हमारे सब्सक्राइबर बेस और रेवेन्यू को बढ़ावा देना है।”
Zee ने सोनी से 750 करोड़ रुपए मांगे!
ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज (ZEEL) ने सोनी और उसकी भारतीय सहयोगी कंपनियों से 90 मिलियन डॉलर (750 करोड़ रुपये) टर्मिनेशन फीस की मांग की। ज़ी ने शेयर बाजारों को बताया कि कलवर मैक्स और बीईपीएल ने मर्जर को लेकर हुए समझौते (MCA) की शर्तों का उल्लंघन किया है।
इस वजह से ज़ी ने 23 मई को एक पत्र जारी कर इस समझौते को खत्म कर दिया है और जुर्माने के तौर पर 90 मिलियन डॉलर की मांग की है। फिलहाल इस मामले को लेकर कोर्ट में कानूनी लड़ाई चल रही है।