27 मई 2024 सोमवार यानी हफ्ते के पहले कारोबारी दिन स्टॉक मार्केट के दोनों सूचकांक बीएसई और एनएसई हरे निशान पर खुले हैं। बीएसई का सेंसेक्स 214.20 अंक या 0.28 प्रतिशत उछाल के बाद 75624.59 स्तर पर खुला है। शेयर बाजार में आज निवेशक मालामाल हो गए हैं। बीएसई सेंसेक्स पहली बार 76000 के स्तर को पार कर गया है।
सेंसेक्स पहली बार 76000 स्तर के पार
शेयर बाजार में आज निवेशक मालामाल हो गए हैं। सेंसेक्स पहली बार 76000 के स्तर को पार कर गया है। दोपहर 12 बजकर 48 मिनट पर सेंसेक्स हरे निशान पर कारोबार करते हुए अपने ऑल टाइम हाई पर रहा।
शुरुआती कारोबार में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 269.28 अंक चढ़कर 75,679.67 के सर्वकालिक शिखर पर पहुंच गया। एनएसई निफ्टी 86.1 अंक बढ़कर 23,043.20 के नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
एशियाई साथियों के बीच मजबूत धारणा को देखते हुए भारतीय बेंचमार्क सूचकांक सोमवार को प्री-ओपन में ऊपर नजर आए हैं।
प्री-ओपन के दौरान सेंसेक्स 244.93 अंक या 0.32% ऊपर 75,655.32 स्तर पर और निफ्टी 81.85 अंक या 0.36% ऊपर 22,038.95 पर था।
सेंसेक्स के टॉप गेनर्स और लूजर्स
सेंसेक्स की कंपनियों में टाटा स्टील, भारती एयरटेल, जेएसडब्ल्यू स्टील, कोटक महिंद्रा बैंक, सन फार्मा, एक्सिस बैंक और एचडीएफसी बैंक टॉप गेनर्स रहे हैं। विप्रो, महिंद्रा एंड महिंद्रा, मारुति और एशियन पेंट्स टॉप लूजर्स रहे।
ग्लोबल बाजारों का हाल
एशियाई बाजारों में सियोल, टोक्यो, शंघाई और हांगकांग सकारात्मक क्षेत्र में कारोबार कर रहे थे। शुक्रवार को वॉल स्ट्रीट बढ़त के साथ बंद हुआ।
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड 0.21 प्रतिशत चढ़कर 82.29 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
बीते कारोबारी दिन बाजार का हाल
बीते कारोबारी दिन की बात करें तो सेंसेक्स लाल निशान पर बंद हुआ था। 24 मई, शुक्रवार को सेंसेक्स 7.65 अंक या 0.01% गिरने के बाद 75,410.39 स्तर पर बंद हुआ।
वहीं, दूसरी ओर एनएसई का निफ्टी 10.55 अंक या 0.05% की गिरावट के बाद 22,957.10 स्तर पर लाल निशान के साथ बंद हुआ। निफ्टी सुबह 22,930.75 अंक पर खुला था।
शुक्रवार को निफ्टी का दिन भर में ऑल टाइम हाई 23,026.40 स्तर रहा। दिनभर में निफ्टी का ऑल टाइम लो 22,908.00 स्तर रहा।
डॉलर के मुकाबले 4 पैसे बढ़ा रुपया
सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 4 पैसे बढ़कर 83.06 पर पहुंच गया, जिसमें बेंचमार्क सूचकांकों ने नई ऊंचाई हासिल की।
विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि विदेशी बाजार में अमेरिकी मुद्रा की कमजोरी से रुपये को समर्थन मिला, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की ऊंची कीमतों ने तेजी को सीमित कर दिया।