बिना Registration चारधाम यात्रा की प्लानिंग बन सकती है मुसीबत का सबब

अगर आप इस साल चारधाम यात्रा पर जाने की सोच रहे हैं, तो बिना प्लानिंग यहां की यात्रा मुसीबतों पर साबित हो सकती है। इसकी वजह है कि गर्मियों से बचने के लिए लोग पहाड़ों का रूख कर रहे हैं और दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान रहने वालों का उत्तराखंड, हिमाचल ही फेवरेट समर डेस्टिनेशन है। जिस वजह से इन दिनों यहां बंपर भीड़ आ रही है। ऐसे में बिना रजिस्ट्रेशन चारधाम यात्रा के बारे में सोचना संभव ही नहीं। दूसरा गर्वनमेंट भी बिना रजिस्ट्रेशन आने वालों को चेक प्वॉइंट से वापस कर दे रही है। अगर आप गर्मियों में ऐसी किसी असुविधा का शिकार नहीं होना चाहते, तो पहले से निर्धारित वेबसाइट से चारधाम यात्रा का रजिस्ट्रेशन करा लेने में ही भलाई है। इसके बाद दी गई निर्धारित डेट के मुताबिक टूर प्लान करें।

ऐसे करें चारधाम यात्रा का रजिस्ट्रेशन

उत्तराखंड टूरिज्म डिपार्टमेंट की ओर से रोजाना रजिस्ट्रेशन की संख्या तय कर दी गई है। जिसमें केदारनाथ यात्रा के लिए 18 हजार, बद्रीनाथ के लिए 20 हजार, गंगोत्री के लिए 11 हजार और यमुनोत्री धाम के लिए 9 हजार अधिकतम श्रद्धालुओं के प्रतिदिन रजिस्ट्रेशन की संख्या निर्धारित की गई है।

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