पिछले दो साल टेक जगत के लिए क्रांति से भरे रहे हैं। बीते वर्षों में नई-नई टेक्नोलॉजी ने लोगों के जीवन में दस्तक दी है। इस क्रांति को धार देने का काम किया ओपनएआई ने चैटजीपीटी नाम का चैटबॉट लॉन्च करके। लेकिन, अब एक और कंपनी ने टेक की दुनिया को नए आयाम दिखा दिए हैं। हम बात कर रहे हैं Nvidia की।
जिसका बिजनेस कंप्यूटर के लिए ग्राफिक कार्ड बनाने का है। आज हम आपको इसी कंपनी के अर्श से फर्श तक पहुंचने की कहानी बताएंगे। समझेंगे कि इस कंपनी ने ऐसा क्या खास किया जो मार्केट कैप के मामले में यह एपल से भी आगे निकल गई है।
टेक जगत में नई क्रांति
अभी कुछ दिन पहले खबर आई कि मार्केट कैप के मामले में iPhone मेकर एपल को पीछे छोड़ एनवीडिया आगे निकल गई है। जो कंपनी बीते कई सालों से मार्केट कैप के मामले में अपना वर्चस्व जमाए हुए थी, उसको एकदम से पीछे छोड़ देना दिखाता है कि यह कंपनी किस तेजी से अपना विस्तार कर रही है।
Nvidia ने न सिर्फ एपल को पीछे छोड़ा है बल्कि, गूगल व मेटा की राहें भी मुश्किल कर दी हैं। एनवीडिया के सीईओ Jensen Huang कुछ दिन पहले भी चर्चा में आए थे। लेकिन उस समय इन्हें ज्यादा लाइमलाइट नहीं मिली। हालांकि अब वक्त बदल गया है और हर तरफ एनवीडिया की ही बात हो रही है।
क्या करती है कंपनी
बहुत से लोगों के जेहन में लाजमी सा सवाल होगा है कि आखिर यह कंपनी करती क्या है। इसका जवाब सीधी भाषा में कहें कंपनी आपके कंप्यूटर के लिए हाई परफॉर्मेंस ग्राफिक कार्ड बनाने का काम करती है। 251 लाख करोड़ के मार्केट कैप वाली एनवीडिया ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की भूमिका को अपने काम में जोड़ा है।
यही कारण है कि पहले से मौजूद ग्राफिक कार्ड कंपनियां एनवीडिया से काफी पीछे छूट गई हैं। कहने को पहले से कई ऐसी कंपनियां हैं जिनका काम भी ग्राफिक कार्ड बनाने का है। लेकिन एनवीडिया जिस मुकाम पर पहुंच गई है। वहां फिलहाल कोई नहीं पहुंच पाया है।
88 प्रतिशत जीपीयू एनवीडिया के….
रिपोर्ट्स बताती हैं कि दुनिया में इस्तेमाल किए जाने वाले 88 प्रतिशत ग्राफिक्स कार्ड एनवीडिया के द्वारा ही बनाए गए हैं। चैट जीपीटी जिसने दुनिया में लोगों को समझाया कि वाकई एआई का मतलब क्या है। इसे तैयार करने मे भी एनवीडिया के तकरीबन 10,000 ग्राफिक कार्ड का इस्तेमाल किया गया है। एनवीडिया का आरटीएक्स 4090 सबसे अच्छा ग्राफिक्स कार्ड माना जाता है।
आखिर में जिस कंपनी का मार्केट कैप सबसे ज्यादा है वह माइक्रोसॉफ्ट है, जबकि दूसरे पर एपल को पीछे छोड़ एनवीडिया काबिज हो गई है वहीं, तीसरे पर एपल और चौथे पर गूगल का नाम दर्ज है।