सूर्य नमस्कार से रोजाना करें अपने दिन की शुरुआत

सदियों से योग को सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है। कितनी ही गंभीर बीमारियों में भी योग ने अपना असर दिखाया है। इसलिए योग सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि दुनिया के कई देशों में अपनाया जा रहा है। दुनिया को योग के फायदों (yoga benefits) के बारे में बताने के लिए हर साल 21 जून को विश्व योग दिवस (International Yoga Day) मनाया जाता है।

योग करने से शरीर के हर अंग को फायदा पहुंचता है। इसलिए शरीर की अलग-अलग समस्याओं के लिए अलग-अलग योगासन किए जाते हैं। लेकिन सूर्यनमस्कार एक ऐसा योग है, जिसमें कई योगासन सम्मिलित होते हैं और इसे रोज करने से आपकी सेहत को कई फायदे मिल सकते हैं। आइए जानते हैं सूर्य नमस्कार करने से मिलने वाले फायदे (Surya Namaskar Benefits)।

सूर्य नमस्कार के आसन

सूर्य नमस्कार (Surya Namaskar) का अर्थ होता है, सूरज को प्रणाम करना, क्योंकि वह पूरी धरती के ऊर्जा का स्त्रोत माना जाता है। इसमें सूरज को नमन करते हुए 12 अलग-अलग योगासनों को किया जाता है, जिनके नाम हैं-

  1. प्रणामासन
  2. हस्तउत्तनासन
  3. पादहस्तासन
  4. अश्व संचालनासन
  5. दंडासन
  6. अष्टांग नमस्कार
  7. भुजंगासन
  8. अधोमुख शवासन
  9. अश्व संचालासन
  10. पादहस्तासन
  11. हस्तउत्तनासन
  12. प्रणामासन

इन बारह आसनों को इसी क्रमांक में किया जाता है। इसे देखकर आप समझ सकते हैं, कि जिस आसन से हमने शुरू किया था, समाप्त भी उसी आसन से करना है। इसे आप अपनी सुविधा और क्षमता के हिसाब से रोज कर सकते हैं। सूर्य नमस्कार करने से आपकी सेहत को कई फायदे मिलते हैं।

सूर्य नमस्कार के फायदे

तनाव दूर करता है

रोजमर्रा की चिंता के कारण हमारी सेहत पर काफी नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। ऐसे में सूर्य नमस्कार करने से उस तनाव से मुक्ति मिलती है। दरअसल, सूर्य नमस्कार करते समय हमें अपनी सांसों पर ध्यान देना पड़ता है। इससे मन शांत होता है और स्ट्रेस, एंग्जायटी जैसी समस्याओं से राहत मिलती है। इसके अलावा, इसे सुबह के समय सूरज की रोशनी में किया जाता है, जिससे विटामिन डी मिलता है, जो डिप्रेशन को कम करने में मददगार हो सकता है।

श्वांस प्रणाली के लिए फायदेमंद

सूर्य नमस्कार करते समय हमें गहरी और लंबी सांसे लेनी होती हैं, जिससे फेफड़ों की एक्सरसाइज होती है और वे मजबूत बनते हैं। साथ ही, गहरी सांसे लेने से फेफड़ों की सांस लेने की क्षमता भी बढ़ती है। इसलिए सूर्य नमस्कार करना श्वांस प्रणाली के लिए काफी लाभदायक होता है।

बॉडी डिटॉक्स करता है

सूर्य नमस्कार करने से लिवर और किडनी को काफी फायदा पहुंचता है। ये दोनों अंग शरीर से वेस्ट प्रोडक्ट्स को बाहर निकालने का काम करते हैं। इसलिए इससे बॉडी बेहतर तरीके से डिटॉक्स होती है। साथ ही, सूर्य नमस्कार एक फिजिकल एक्सरसाइज है, जिसे करते समय हमारे शरीर से पसीना आता है। इसलिए इसे करते समय पसीने के जरिए भी बॉडी के टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं।

पाचन के लिए फायदेमंद

सूर्य नमस्कार करने से आंतों की सेहत बेहतर होती है और कब्ज और अपच जैसी समस्याएं कम होती हैं। इसमें कुछ आसन ऐसे होते हैं, जिनसे पाचन तंत्र की समस्याएं दूर होती हैं।

ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है

सूर्य नमस्कार करने से शरीर की स्ट्रेचिंग होती है, जिससे ब्लड फ्लो बेहतर होता है। इससे बॉडी के सभी ऑर्गन्स तक रक्त प्रवाह बेहतर होता है। ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल होता है और दिल को भी काफी फायदा पहुंचता है।

दिल के लिए फायदेमंद

सूर्य नमस्कार के आसन दिल की मांसपेशियों को मजबूत बनाते हैं। साथ ही, तनाव कम होने, ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होने और लंबी सांसों के जरिए ज्यादा ऑक्सीजन शरीर में आने की वजह से दिल पर दबाव कम पड़ता है और वह बेहतर तरीके के काम कर पाता है।

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