भारत ने हैदराबाद के राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम में खेले गए तीसरे और अंतिम टी20 मुकाबले में बांग्लादेश को 133 रनों से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला 3-0 से क्लीन स्वीप कर ली। इस मैच में भारतीय बल्लेबाज संजू सैमसन ने अपने करियर का पहला टी20 शतक लगाते हुए 47 गेंदों में 111 रन बनाए और भारत की जीत के नायक बने। सैमसन की इस धमाकेदार पारी में 11 चौके और 8 छक्के शामिल थे। उनके अलावा कप्तान सूर्यकुमार यादव ने भी 75 रनों की तूफानी पारी खेली, जिससे भारत ने 297/6 का रिकॉर्ड स्कोर खड़ा किया।
संजू सैमसन और सूर्यकुमार यादव की विस्फोटक साझेदारी
भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। हालांकि, ओपनर अभिषेक शर्मा जल्दी आउट हो गए, लेकिन इसके बाद संजू सैमसन और सूर्यकुमार यादव ने बांग्लादेश के गेंदबाजों पर कहर बरपाते हुए 173 रनों की साझेदारी की। दोनों बल्लेबाजों ने सिर्फ 12 ओवर में यह रन जोड़े और बांग्लादेशी गेंदबाजों को टिकने का कोई मौका नहीं दिया।
संजू सैमसन ने महज 22 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया और इसके बाद उन्होंने 40 गेंदों में शतक लगाकर भारतीय टी20 इतिहास में दूसरा सबसे तेज शतक बनाया। भारतीय क्रिकेट के लिए टी20 में सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड रोहित शर्मा के नाम है, जिन्होंने 2017 में श्रीलंका के खिलाफ 35 गेंदों में शतक लगाया था। सैमसन की 47 गेंदों में 111 रनों की पारी ने भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया।
सूर्यकुमार यादव ने भी बेहतरीन पारी खेली और 35 गेंदों में 75 रन बनाए। इन दोनों की साझेदारी ने भारत को शानदार शुरुआत दी। सूर्यकुमार यादव की इस पारी में 6 छक्के और 5 चौके शामिल थे, जिससे टीम का रन रेट बेहद तेजी से बढ़ा।
हार्दिक पांड्या और रियान पराग का तूफानी योगदान
जब संजू सैमसन और सूर्यकुमार यादव आउट हुए, तब रियान पराग और हार्दिक पांड्या ने मोर्चा संभाला और टीम के स्कोर को 297 तक पहुंचाया। रियान पराग ने 11 गेंदों में 34 रन बनाए, जिसमें 4 छक्के शामिल थे। वहीं, हार्दिक पांड्या ने 18 गेंदों में 47 रन की धुआंधार पारी खेली। उनकी इन पारियों ने भारतीय पारी को मजबूती प्रदान की और बांग्लादेश के सामने 298 रनों का विशाल लक्ष्य खड़ा कर दिया।
बांग्लादेश की संघर्षपूर्ण पारी
298 रनों के विशाल लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश की शुरुआत बेहद खराब रही। बांग्लादेश का पहला विकेट पारी की पहली गेंद पर ही गिर गया जब मयंक यादव ने परवेज हुसैन इमोन को शून्य पर पवेलियन भेज दिया। इसके बाद बांग्लादेश के बल्लेबाज लगातार संघर्ष करते रहे, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने उन्हें कोई मौका नहीं दिया।
लिटन दास ने 25 गेंदों में 42 रन बनाए और तौहीद हृदोय ने 63* रनों की नाबाद पारी खेली। हालांकि, इन दोनों के अलावा बांग्लादेश का कोई अन्य बल्लेबाज भारतीय गेंदबाजों का सामना नहीं कर पाया। रवि बिश्नोई ने 3 विकेट झटके, जबकि मयंक यादव ने 2 विकेट लेकर बांग्लादेश की बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी। बांग्लादेश की टीम 20 ओवरों में 164/7 रन ही बना पाई और 133 रनों से हार का सामना किया।
भारत के लिए ऐतिहासिक जीत और रिकॉर्ड्स की झड़ी
इस मैच में भारत ने कई रिकॉर्ड्स भी बनाए। भारत द्वारा 297/6 का स्कोर टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में किसी टेस्ट खेलने वाले देश का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है। इस मैच में भारतीय बल्लेबाजों ने कुल 22 छक्के लगाए, जो एक और रिकॉर्ड था।
इसके अलावा, यह भारत की 10वीं टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला स्वीप थी, जिससे टीम का प्रदर्शन और भी खास हो गया। संजू सैमसन को उनके पहले टी20 शतक के लिए ‘मैन ऑफ द मैच’ का पुरस्कार दिया गया। इस सीरीज में भारतीय टीम का प्रदर्शन बेहद प्रभावशाली रहा, और उन्होंने हर मैच में बांग्लादेश को पूरी तरह से हावी होने का कोई मौका नहीं दिया।
अगले टूर्नामेंट के लिए भारत की मजबूत तैयारी
इस जीत के साथ भारतीय टीम ने आगामी टूर्नामेंटों के लिए अपनी तैयारियों को और मजबूत किया है। भारतीय बल्लेबाजों और गेंदबाजों ने एक संतुलित प्रदर्शन करते हुए यह दिखाया कि टीम हर विभाग में मजबूती से आगे बढ़ रही है। खासकर संजू सैमसन का शतक और सूर्यकुमार यादव की निरंतरता भारतीय टीम के लिए एक बड़ी उपलब्धि रही।