यूथ फेस्टिवल के तहत रेड रन मैराथन: एचआईवी और एड्स के प्रति जागरूकता बढ़ाने का सफल प्रयास

लखनऊ: एचआईवी, एड्स और अन्य यौन जनित बीमारियों के प्रति युवाओं को जागरूक करने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी द्वारा आयोजित यूथ फेस्टिवल के तहत शनिवार को राजधानी में ‘रेड रन मैराथन’ का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं, पुरुष, महिला और ट्रांसजेंडर प्रतिभागियों ने भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार रॉय और सोसाइटी के अपर परियोजना निदेशक श्री रविंद्र कुमार द्वारा हरी झंडी दिखाकर किया गया।

10 किलोमीटर की दौड़: जनेश्वर पार्क में हुआ आयोजन


सुबह 6 बजे जनेश्वर पार्क के गेट नंबर 2 से इस 10 किलोमीटर लंबी मैराथन की शुरुआत हुई, जो गेट नंबर 6 से होकर पुनः गेट नंबर 2 पर समाप्त हुई। दौड़ में विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। राज्य भर से आए विभिन्न क्लस्टर मुख्यालयों के छात्र-छात्राओं ने इसमें हिस्सा लिया।

क्लस्टर स्तर की प्रतियोगिताओं से चयनित प्रतिभागी


इस मैराथन में राज्य के 13 क्लस्टर मुख्यालयों—आगरा, अयोध्या, बस्ती, झांसी, सीतापुर, मुरादाबाद, मेरठ, प्रयागराज, बांदा, देवरिया, इटावा, वाराणसी, और मऊ—के युवा प्रतियोगियों ने भाग लिया। ये प्रतिभागी पहले क्लस्टर स्तर पर आयोजित प्रतियोगिताओं में शीर्ष स्थान प्राप्त कर राज्य स्तर की इस प्रतियोगिता में पहुंचे थे।

पुरुष, महिला और ट्रांसजेंडर वर्ग में विजेता


मैराथन के पुरुष वर्ग में सीतापुर के अभिषेक ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जिन्हें ₹10,000 नकद पुरस्कार, मेडल और गिफ्ट हैंपर से सम्मानित किया गया। वहीं मऊ के राहुल और गुलशन कुमार ने दूसरे और तीसरे स्थान पर रहते हुए क्रमशः ₹7,000 और ₹5,000 के नकद पुरस्कार प्राप्त किए।
महिला वर्ग में मऊ की अंकिता यादव ने प्रथम स्थान प्राप्त कर ₹10,000 नकद पुरस्कार, मेडल और गिफ्ट हैंपर जीते, जबकि मुरादाबाद की आशी और सीतापुर की खुशनूर ने क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहते हुए ₹7,000 और ₹5,000 के नकद पुरस्कार प्राप्त किए।
ट्रांसजेंडर वर्ग में मेरठ के हुसैन प्रथम रहे, जबकि शिराज और झांसी की जोया ने दूसरे और तीसरे स्थान प्राप्त किए।

राष्ट्रीय सेवा योजना के विद्यार्थियों का भी योगदान


इस मैराथन में लखनऊ विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) के विद्यार्थियों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। एनएसएस के अंतर्गत सूरज वर्मा और माया यादव ने प्रथम स्थान प्राप्त किया और उन्हें भी ₹10,000 नकद पुरस्कार और मेडल से सम्मानित किया गया। इसी तरह, अन्य विजेता सुभाष सिंह, नमिता कुमारी, सूरज यादव और किरण कुमारी को भी नकद पुरस्कार प्रदान किए गए।

राष्ट्रीय स्तर पर भाग लेने का मौका


उत्तर प्रदेश राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी के आईईसी संयुक्त निदेशक श्री रमेश श्रीवास्तव ने बताया कि राज्य स्तर पर सफल हुए प्रतिभागियों को राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेने का मौका मिलेगा। इसके अलावा, क्लस्टर स्तर पर हुए यूथ फेस्टिवल में भी 1200 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया था, जिनमें से विजेता अब राज्य स्तर की प्रतियोगिता में पहुंचे हैं।

कार्यक्रम के उद्देश्य और भविष्य की दिशा


इस मैराथन का मुख्य उद्देश्य युवाओं में एचआईवी और एड्स जैसी गंभीर बीमारियों के प्रति जागरूकता फैलाना था। इसके अलावा, युवाओं को स्वास्थ्य के प्रति सजग रहने और समाज में सकारात्मक योगदान देने के लिए प्रेरित किया गया। राज्य एड्स नियंत्रण सोसाइटी ने यह सुनिश्चित किया है कि विजेता प्रतिभागियों को राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में भी भाग लेने का अवसर मिलेगा।

इस कार्यक्रम ने न केवल एचआईवी और एड्स के बारे में जागरूकता बढ़ाने का काम किया, बल्कि युवाओं को शारीरिक फिटनेस और समाजिक जिम्मेदारियों के प्रति भी प्रेरित किया।

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