लखनऊ, 24 अक्टूबर: उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने आगामी दीपोत्सव 2024 को अब तक का सबसे भव्य और दिव्य बनाने के लिए की जा रही तैयारियों का खुलासा किया। उन्होंने एक विशेष प्रेस वार्ता में मीडिया को बताया कि इस वर्ष दीपोत्सव का आयोजन त्रेतायुग और आधुनिकता का अद्भुत संगम होगा। अयोध्या में आयोजित होने वाले इस आठवें दीपोत्सव को ऐतिहासिक बनाने के लिए व्यापक तैयारियां की जा रही हैं।
प्रेस वार्ता में मंत्री ने कहा, “500 वर्षों के संघर्ष के बाद भगवान श्रीराम का भव्य-दिव्य मंदिर अब बनकर तैयार हो चुका है, और प्रभु श्री राम अपने मंदिर में विराजमान हो चुके हैं। इस बार का दीपोत्सव अलौकिकता के साथ हर किसी के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बनेगा।”
दीपोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 28 अक्टूबर से 30 अक्टूबर 2024 तक आयोजित होंगे। इस दौरान प्रदेश के प्रत्येक जिले में भी दीपोत्सव मनाने का सौभाग्य प्राप्त होगा। जयवीर सिंह ने बताया कि अयोध्या में 04 किलोमीटर लंबी शोभायात्रा निकाली जाएगी, जिसमें रामायण के विभिन्न प्रसंगों पर आधारित सांस्कृतिक कलाकारों द्वारा भव्य आयोजन और मंचन किया जाएगा।
25 लाख दीपों से सजेंगे अयोध्या के घाट
मंत्री जयवीर सिंह ने जानकारी दी कि इस बार अयोध्या में पर्यटन और संस्कृति विभाग के साथ स्थानीय प्रशासन द्वारा 25 लाख दीप प्रज्ज्वलित किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, 10 लाख दीप संत महात्माओं द्वारा अन्य मंदिरों में जलाए जाएंगे। इस दीपोत्सव में स्वयंसेवकों, अवध विश्वविद्यालय, पर्यटन विभाग, संस्कृति विभाग और विभिन्न कॉलेजों के छात्र-छात्राओं का सहयोग लिया जाएगा।
2023 के दीपोत्सव में 22.23 लाख दीप जलाए गए थे, जिसके साक्षी 54 देशों के राजनयिक बने थे। इस वर्ष दीपोत्सव में संख्या बढ़ाकर इसे और अधिक भव्य और ऐतिहासिक बनाया जाएगा।
गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की तैयारी
दीपोत्सव-2024 के विशेष आयोजन के बारे में पर्यटन मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, प्रदेश के दोनों उपमुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में सरयू आरती के माध्यम से एक नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया जाएगा। लक्ष्मण किला घाट से नया घाट तक 1100 वेदाचार्यों की उपस्थिति में भव्य आरती का आयोजन होगा।
सरयू धारा और राम की पैड़ी पर पानी के बीचों-बीच भव्य स्टेज पर कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम और लेजर शो प्रस्तुत किया जाएगा। लाखों दीयों की जगमगाहट के बीच होने वाले इन आयोजनों से पूरा अयोध्या अद्भुत रोशनी में नहाया रहेगा।
सांस्कृतिक कार्यक्रम और भव्य आयोजन
जयवीर सिंह ने बताया कि अयोध्या के प्रमुख स्थलों जैसे गुप्तार घाट, बड़ी देवकाली, तुलसी उद्यान, हनुमानगढ़ी, राम पथ, राम कथा पार्क, सरयू तट और राम की पैड़ी पर देश-विदेश के कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे। इसके अलावा, भव्य ड्रोन शो और म्यूजिकल लेजर शो सहित अन्य आकर्षक आयोजन भी किए जाएंगे, जो दीपोत्सव को और भव्य बनाएंगे।
महाकुंभ-2025 की तैयारियों पर जोर
पर्यटन मंत्री ने प्रेस वार्ता के दौरान आगामी महाकुंभ-2025 की तैयारियों पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा, “13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक प्रयागराज के पवित्र संगम तट पर मोक्षदायिनी मां गंगा, यमुना और सरस्वती के अद्वितीय संगम पर विश्व का सबसे बड़ा भारतीय सनातन संस्कृति का आध्यात्मिक और धार्मिक आयोजन होगा।” इस आयोजन में 40 से 50 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना जताई गई है, और इसके लिए व्यापक तैयारियां की जा रही हैं।
महाकुंभ के दौरान अरैल और झूंसी में पी.पी.पी. मोड पर टेंट सिटी का निर्माण किया जा रहा है, जबकि अयोध्या, काशी और विंध्याचल जैसे प्रमुख धार्मिक स्थलों के भ्रमण के लिए विशेष पर्यटन पैकेज तैयार किए जा रहे हैं। इसके साथ ही, फूड कोर्ट और हेलीकॉप्टर भ्रमण जैसी सेवाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी।
जयवीर सिंह ने अंतरराष्ट्रीय राजदूतों और उच्चायुक्तों से अपील की है कि वे अपने-अपने देशों में सनातन संस्कृति के प्रति आस्था रखने वाले श्रद्धालुओं को महाकुंभ-2025 में भाग लेने के लिए प्रेरित करें।
इस प्रेस वार्ता में प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति मुकेश कुमार मेश्राम, प्रबंध निदेशक यूपीएसटीडीसी रवि रंजन, विशेष सचिव उत्तर प्रदेश पर्यटन ईशा प्रिया, सहायक निदेशक संस्कृति रेनू रंगभारती, आरटीओ शक्ति सिंह और यूपी पर्यटन सलाहकार जे.पी. सिंह सहित भारी संख्या में पत्रकार और अन्य गणमान्य लोग मौजूद थे।