आस्था और संस्कृति के महाकुंभ में विश्वप्रसिद्ध कलाकार देंगे अपनी प्रस्तुति

प्रयागराज में आयोजित होने वाले महाकुंभ 2025 में श्रद्धालुओं और आगंतुकों के लिए आस्था, परंपरा और संस्कृति का अद्भुत संगम प्रस्तुत करने की व्यापक तैयारियां की गई हैं। मुख्य आयोजन स्थल पर 10,000 दर्शकों की क्षमता वाला गंगा पंडाल सेक्टर-1 परेड ग्राउंड में स्थापित किया गया है, जहां भारत के प्रसिद्ध कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे।

पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि 16 जनवरी से 24 फरवरी तक कुल 24 मंचों पर ख्याति प्राप्त तथा पद्मश्री, पद्मभूषण तथा पद्मविभूषण से सम्मानित कलाकारों द्वारा लोकगीत, शास्त्रीय नृत्य और काव्यपाठ जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन कलाकारों में शंकर महादेवन, कुमार विश्वास, साधना सरगम, शान, हेमा मालिनी, डोना गांगुली, कविता कृष्णमूर्ति, सुरेश वाडेकर, हरिहरन, नितिन मुकेश, कैलाश खेर, रविशंकर, विश्वमोहन भट्ट, मालिनी अवस्थी और सोनल मानसिंह शामिल हैं। इन कार्यक्रमों के लिए 5,000 से अधिक कलाकारों को आमंत्रित किया गया है, जिनके ठहरने और भोजन की समुचित व्यवस्था की गई है।

इसके अतिरिक्त, सेक्टर-7 में ‘उत्तर प्रदेश दर्शन मंडप’ की स्थापना की गई है, जहां प्रदेश के 12 पर्यटन सर्किट प्रदर्शित किए गए हैं। प्रत्येक सर्किट के लिए एक गाइड की व्यवस्था की गई है, जो आगंतुकों को प्रदेश के विभिन्न महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों की जानकारी देने के साथ ही गंतव्य का मार्ग भी बताएंगे। अब तक इस मंडप में लगभग 11,000 दर्शक पधार चुके हैं।

‘उत्तर प्रदेश दर्शन मंडप’ के सामने लगभग 10 राज्यों के प्रसिद्ध व्यंजनों के स्टॉल लगाए गए हैं, जहां प्रदेश और अन्य राज्यों के स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लिया जा सकता है। अब तक इन स्टॉलों पर 11,000 से अधिक श्रद्धालु भोजन का स्वाद ले चुके हैं।

महाकुंभ 2025 का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में होगा, जिसमें करोड़ों श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। प्रशासन ने मेले की तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है, जिसमें सुरक्षा के कड़े इंतजाम, स्वच्छता, चिकित्सा सुविधाएं और यातायात प्रबंधन शामिल हैं।

महाकुंभ के दौरान आयोजित होने वाले इन सांस्कृतिक कार्यक्रमों और सुविधाओं से प्रदेश की सांस्कृतिक विविधता के दर्शन होंगे और आगंतुकों को एक यादगार अनुभव प्राप्त होगा।

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