महाकुंभ के पहले दिन 1.5 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने किया पवित्र स्नान

प्रयागराज में महाकुंभ 2025 का शुभारंभ 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा के पावन स्नान के साथ हुआ, जिसमें 1.5 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर सभी संतों, कल्पवासियों और श्रद्धालुओं का अभिनंदन करते हुए महाकुंभ मेला प्रशासन, प्रयागराज प्रशासन, यूपी पुलिस, नगर निगम प्रयागराज, स्वच्छाग्रहियों, गंगा सेवा दूतों और कुम्भ सहायकों का आभार व्यक्त किया।

महाकुंभ के इस प्रथम स्नान पर्व पर देश के विभिन्न प्रांतों और विदेशों से आए करोड़ों श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया। स्नान के साथ ही महाकुंभ की विशिष्ट परंपरा ‘कल्पवास’ की भी शुरुआत हुई, जिसमें लाखों श्रद्धालु संगम तट पर एक माह तक व्रत और संयम का पालन करेंगे।

महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं।

मेला क्षेत्र में 43 चिकित्सालय स्थापित किए गए हैं, जहां 24 घंटे चिकित्सक और पैरामेडिकल स्टाफ तैनात हैं। साथ ही, 125 रोड एम्बुलेंस, 7 रिवर एम्बुलेंस और 1 एयर एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है। स्वच्छता के लिए 10,200 स्वच्छताकर्मी और 1,800 गंगा सेवादूत तैनात हैं, जो मेला क्षेत्र को 850 समूहों में विभाजित कर सफाई सुनिश्चित कर रहे हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 1,50,000 से अधिक शौचालयों का निर्माण किया गया है।

सुरक्षा व्यवस्था के तहत पुलिस प्रशासन और मजिस्ट्रेट अपने-अपने क्षेत्रों में मुस्तैद हैं, जो श्रद्धालुओं को मार्गदर्शन और सहायता प्रदान कर रहे हैं।

महाकुंभ का दूसरा स्नान पर्व मकर संक्रांति के अवसर पर 14 जनवरी को आयोजित होगा, जिसमें और अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने की संभावना है।

महाकुंभ 2025 का यह आयोजन भारत की सांस्कृतिक विविधता और आध्यात्मिक एकता का प्रतीक है, जहां देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगाने के लिए एकत्रित हो रहे हैं।

इस महापर्व के दौरान प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं की श्रद्धालुओं ने सराहना की है, जिससे उन्हें एक सुरक्षित, स्वच्छ और सुव्यवस्थित वातावरण में स्नान और पूजा-अर्चना करने का अवसर मिल रहा है।

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