जानिये
कितने खतरनाक हैं
कबूतर
हमारे घरों और छतों पर गुटरगूँ करते यह सुन्दर कबूतर हमारी ज़िन्दगी का हिस्सा होते हैं।
पर क्या आप जानते हैं कि यह कबूतर हमारे लिए कितनी समस्याएं उत्पन्न कर सकतें हैं?
कबूतरों की अनियंत्रित बढ़ती संख्या हमारे स्वास्थ्य को हानि पहुंचा रही हैं।
कबूतर कई बीमारियों के वाहक होते हैं जैसे सैल्मोनेलोसिस, हिस्टोप्लास्मोसिस और क्रिप्टोकोकोसिस।
कबूतरों के पंखों और मल में एलर्जी उत्पन्न करने वाले तत्व होते हैं, जो हमारे फेफड़ों को हानि पहुंचाते हैं।
कबूतरों का मल सूख कर हवा के साथ हमारे श्वसन तंत्र को खराब करता है।
दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में श्वसन सम्बन्धी समस्याओं की मुख्य वजह, कबूतरों की बढ़ती आबादी ही है।
कबूतरों के मल में अम्लीय गुण होते हैं, जो इमारतों, वाहनों और मूर्तियों को नुकसान पहुंचाते है।
कबूतरों का लगातार गुटरगूं करना शोर उत्पन्न करता है, जो मानसिक तनाव का भी कारण बनता है।
कबूतर अपने से छोटे पक्षियों के साथ भोजन और आश्रय के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं, जिससे छोटे पक्षियों की संख्या घटती है।
कबूतरों के प्रति जागरूकता फैलाएं, उन्हें खाना देने से बचें, उनके और अपने दोनों के लिए सुरक्षित वातावरण बनाए रखें।