जब नमक और लौंग ही चाहिए तो हम उसका सीधा इस्तेमाल क्यूँ नही करते
हम आपको टूथ पेस्ट से होने वाले नुकसान के कारण ही नहीं बताएंगे ,बल्कि निवारण भी देंगे ।
स्वाद और सुविधा के लिए ?
लेकिन पहले नज़र डालते है कि टूथ पेस्ट मे मौजूद तत्त्वों की जो लंबे समय तक उपयोग करने पर आपके दातों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
आर्टिफिशियल स्वीटनर्स
कुछ टूथपेस्ट में आर्टिफिशियल स्वीटनर्स होते हैं जो दांतों की सुरक्षा के लिए उपयोगी नहीं होते। ये मिठास पैदा करने वाले तत्व दांतों पर बैक्टीरिया को आकर्षित कर सकते हैं, जिससे दांतों में कैविटी होने की संभावना बढ़ जाती है।
ट्राइक्लोसैन
ट्राइक्लोसैन एक एंटीबैक्टीरियल एजेंट है जो कुछ टूथपेस्ट में पाया जाता है। इसका लंबे समय तक उपयोग हानिकारक हो सकता है और यह हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकता है।
केमिकल्स और प्रिज़र्वेटिव्स
कई टूथपेस्ट में केमिकल्स और प्रिज़र्वेटिव्स होते हैं जो लंबे समय तक उपयोग करने से मुँह के अंदर की त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं और स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकते हैं।
फ्लोराइड
अधिकांश टूथपेस्ट में फ्लोराइड पाया जाता है, लेकिन इसके अधिक सेवन से फ्लोरोसिस हो सकता है, जिससे दांतों पर सफेद या भूरे धब्बे बन सकते हैं। बच्चों के लिए यह विशेष रूप से हानिकारक हो सकता है।
सोडियम लॉरिल सल्फेट (SLS)
कई टूथपेस्ट में सोडियम लॉरिल सल्फेट (SLS) पाया जाता है, जो झाग बनाने में मदद करता है। SLS मुँह में जलन और छाले का कारण बन सकता है, और कुछ लोगों में इससे एलर्जी भी हो सकती है।