महात्मा बुद्ध का जन्म लुम्बिनि नेपाल में एक राजकुमार के रूप में लगभग 563 BCE में हुआ। उनके जीवन की सम्पूर्ण तपस्या, संघर्ष, शोध, त्याग,और उनकी शिक्षाएं आज भी मानव उत्क्रांति का आधार हैं।
जीवन को शांति से जीने की परम्परा, जिसमें किसी भी प्राणी को चोट पहुंचाना निषेध है।
सत्य को जान कर ज्ञान प्राप्त करने की प्रेरणा, जिससे मुक्ति की दिशा में मार्गदर्शन हो सके।
सत्य की खोज और जीवन की सच्चाई को समझने की प्रेरणा प्राप्त करना ।
सही कर्मों का पालन करते हुए धर्मनुसार जीवन जीने की शिक्षा।
संसार को सही दृष्टि से समझने और विचार करने की क्षमता का विकास।
सुख-दुःख में समानुभव की भावना।
समस्त प्राणियों के प्रति समाभाव और समानुभूति का विकास।
मानसिक शांति और आत्मीयता के महत्व को समझना।
जीवन में सरल और संयम युक्त व्यवहार का महत्व।
ईश्वर या ब्रह्म के प्रति विश्वास और आध्यात्मिक विकास का मार्गदर्शन।
ये शिक्षाएँ एक आदर्श जीवन जीने की दिशा में मार्गदर्शन देती हैं और समाज में प्रेम और समृद्धि का मूल आधार बनाती हैं।