भारत में खान-पान की पारम्परिक विरासत में मिर्चों का बहुत बड़ा योगदान रहा है। अलग-अलग राज्यों में उत्पन्न होने वाली यह मिर्च विभिन्न रंगों, आकारों, और तीव्रता के साथ अपने क्षेत्र के खान-पान को एक अलग पहचान दिलाती हैं।
मिर्चों की तीव्रता को SHU (Scoville Heat Units) में मापा जाता है। मिर्च में जितनी अधिक तेजी होती है उसका SHU उतना ही अधिक होता है।
कश्मीरी लाल मिर्च
क्षेत्र: कश्मीर SHU रेटिंग: 1,000 - 2,000 उपयोग: करी, सब्जियों, सॉस, सूप और स्टू में स्वाद और रंग के लिए।
मुंडू मिर्च
क्षेत्र: तमिलनाडु SHU रेटिंग: 15,000 -30,000 उपयोग: करी, सांभर, रसम आदि में तड़के के लिए।
गुंटूर संनम मिर्च
क्षेत्र: आंध्र प्रदेश SHU रेटिंग: 25,000 - 40,000 उपयोग: मसाले और तड़के के लिए।
भावनगरी मिर्च
क्षेत्र: गुजरात SHU रेटिंग: 30,000 - 40,000 उपयोग: भरवा मिर्च का अचार और पकौड़े के लिए।
बायडगी मिर्च
क्षेत्र: कर्नाटका SHU रेटिंग: 30,000 - 50,000 उपयोग: अचार और मसालों के लिए।
ज्वाला मिर्च
क्षेत्र: गुजरातSHU रेटिंग: 80,000 - 1,00,000 उपयोग: चटनी और नमकीन बनाने के लिए।
कंथारी मिर्च
क्षेत्र: केरला SHU रेटिंग: 1,00,000-1,50,000 उपयोग: अचार, चटनी और तीखी नमकीन बनाने के लिए।
तेजा मिर्च
क्षेत्र: आंध्रा प्रदेश, कर्नाटका SHU रेटिंग: 1,00,000 - 1,70,000 उपयोग: करी, सूप और पकौड़े बनाने के लिए।
धानी मिर्च
क्षेत्र: मेघालय, मिजोरम, असम SHU रेटिंग: 1,50,000 - 2,25,000 उपयोग: करी, चटनी और सलाद बनाने के लिए।
बोरिया मिर्च
क्षेत्र: तमिलनाडु, आंध्र प्रदेशSHU रेटिंग: 8,00,000 - 10,00,000 उपयोग: कढ़ी, दाल और करी में तड़के के लिए।
भूत झोलोकिया मिर्च
क्षेत्र: तमिलनाडु, आंध्र प्रदेशSHU रेटिंग: 8,00,000 - 10,50,000 उपयोग: चटनी, अचार, स्नैक्स और मिर्च पाउडर के लिए।World's Hottest Chili