उत्तर प्रदेश अपने आमों के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है। यहाँ तरह-तरह की किस्मों के मिलने वाले आम अपनी सुगंध और स्वाद से आम होते हुए भी ख़ास बन जाते हैं।
इन्ही खास आमों की कुछ किस्मों का विवरण आगे है।
दशहरी
स्थान: मलिहाबाद
महीना: जून से जुलाई
स्वाद: बहुत मीठा, सुगंधित
पहचान: लंबे आकार का हरे रंग का होता है। पकने पर पीले रंग का हो जाता है।
केसर
स्थान: लखनऊ
महीना: मई से जून
स्वाद: मीठा, केसर जैसा रंग और स्वाद।
पहचान: मध्यम आकार, गहरे नारंगी रंग और हल्की गुलाबी रंग की छटा होती है।
लंगड़ा
स्थान: वाराणसी
महीना: जून से जुलाई
स्वाद: मीठा और रेशेदार
पहचान: अंडाकार और गहरे हरे रंग का, यहाँ तक कि पूरी तरह से पकने पर भी।
आम्रपाली
स्थान: फैजाबाद
महीना: जून से जुलाई
स्वाद: मीठा और सुगंधित
पहचान: छोटा से मध्यम आकार, गहरे नारंगी रंग का गूदा और पतली त्वचा होती है।
सफेदा
स्थान: लखनऊ
महीना: मई से जून
स्वाद: चिकना, रेशेदार रहित और मीठा
पहचान: बड़ा, अंडाकार, और सुनहरे पीले रंग का होता है।
फज़ली
स्थान: सहारनपुर
महीना: जुलाई से अगस्त
स्वाद: मिठास और हल्के खट्टे स्वाद के साथ
पहचान: बहुत बड़ा आकार, पीला हरा रंग और मोटी त्वचा होती है।
चौसा
स्थान: हरदोई
महीना: जुलाई से अगस्त
स्वाद: मीठा, रसदार, मुलायम गूदा
पहचान: आकार में बड़ा, पीला रंग और मोटी त्वचा होती है।
हापुस
स्थान: मिर्जापुर
महीना: मई से जून
स्वाद: मलाईदार, बहुत मीठा और सुगंधित
पहचान: मध्यम आकार, अंडाकार और गहरे पीले से नारंगी रंग का गूदा होता है।
नीलम
स्थान: वाराणसी
महीना: जून से जुलाई
स्वाद: मीठा और हल्का रेशेदार होता है।
पहचान: छोटा, अंडाकार और पीला रंग का होता है।
मल्लिका
स्थान: मलिहाबाद
महीना: जून से जुलाई
स्वाद: मीठा और रेशेदार रहित होता है
पहचान: मध्यम से बड़ा आकार, अंडाकार और गहरे पीले से नारंगी रंग का होता है।
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