होम लोन लेने से पहले इन खास बातो का रखे ध्यान, करें फायदे का सौदा

“जब आप परफेक्ट पार्टनर की तलाश कर रहे हों, तो आप शायद उस इमपरफेक्ट इंसान पर गौर ही न करें, जो आपको परफेक्ट तरीके से खुश रख सकता है”। यह एक दिलचस्प उद्धरण है। आप “पार्टनर” को “होम लोन” मान सकते हैं और तब भी इस वाक्य का मतलब नहीं बदलेगा। प्यार हमेशा पहली नजर में नहीं होता है। हम जो कहने की कोशिश कर रहे हैं, वह यह है कि होम लोन के मामले में जो हमें सबसे पहले दिखता है, उसके अलावा भी बहुत कुछ बचा रहता है।

आइए कुछ वैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर गौर करते हैं, जिनके ऊपर कोई होम लोन लेने से पहले ध्यान देना जरूरी है:

रेट ऑफ इंटरेस्ट: ब्याज दर (ROI) को देखकर प्रभावित हो जाना आसान बात है। अधिकांश कर्जदाता “सबसे कम” ब्याज ऑफर करने का दावा करते हैं। हालांकि यह बाहरी दिखावा भ्रामक हो सकता है, क्योंकि कई बार ऐसे ऑफर में बार-बार रेट रिवाइज कर बढ़ाया जाता है और कई हिडेन चार्जेज होते हैं, जो बाद में निराश करते हैं। किसी भी मामले में, यह समझना महत्वपूर्ण है कि ब्याज दर ‘फ्लोटिंग’ है या ‘फिक्स्ड’ है। अगर यह फ्लोटिंग है, तो यह देखना जरूरी है कि इसका बेंचमार्क क्या है। फ्लोटिंग रेट का मतलब है कि ब्याज बाजार दरों में उतार-चढ़ाव के आधार पर घटता- बढ़ता रहेगा। फिक्स्ड का मतलब हुआ कि यह कभी नहीं बदलेगा, भले ही बाजार में दरों में बदलाव हो। फिक्स्ड दरों की अपनी खामियां होती हैं, इसलिए फ्लोटिंग रेट की सलाह दी जाती है, लेकिन यह भी किसी ऐसे कर्जदाता से लें जो बार-बार रेट बदलने के लिए कुख्यात नहीं हो।

स्पीड: कोई भी यह नहीं चाहता कि वह इंतजार करते-करते भूत बन जाए, लेकिन होम लोन के लिए आवेदन करने वाले कई लोगों के साथ ऐसा ही होता है। शुरुआत में मीठी-मीठी बातें करने के बाद कर्जदाता से बात ही नहीं हो पाती है। हमेशा एक ऐसा कर्जदाता चुनें, जो स्पीड और प्रोसेस की सिम्पलिसिटी के लिए जाना जाता हो। एक होम लोन की प्रोसेसिंग में महज इतना ही होता है कि आपके भुगतान करने की क्षमता परखी जाए, आपके पुराने लोन का ट्रैक रिकॉर्ड चेक किया जाए और प्रॉपर्टी का मूल्यांकन किया जाए। ये कोई ओपन हार्ट सर्जरी नहीं है। अगर कर्जदाता शब्दजाल बनाकर इसे जटिल बना रहा है, तो आपको वहां से कन्नी काटकर अपना नुकसान बचाना चाहिए।

लोन अमाउंट एंड डॉक्यूमेंटेशन: जब आप डेट पर गए थे, तो क्या आप अपने साथ इस बात का ऑफिशियल डॉक्यूमेंट भी ले गए थे कि आपलोग शादी के बाद कैसे रहने वाले हैं? आपने अपने जीवन में जो कुछ भी किया है उसे शायद डॉक्यूमेंट्स से जस्टिफाई नहीं किया जा सकता है। हालंकि ज्यादातर कर्जदाताओं के लिए यही रिश्ते की शुरुआत और अंत दोनों होता है। अगर उन्हें आपके किसी डॉक्यूमेंट में कोई छोटी सी कमी दिखती है, तो वे आपको कर्ज नहीं देगा और आपको मन-मसोस कर आना पड़ेगा। नए जमाने के कर्जदाताओं ने बिना डॉक्यूमेंट्स के भी आपकी इनकम आर अन्य क्रेडेंशियल्य की जांच करने का तरीका अपनाया है। ऐसा कर्जदाता खोजने का प्रयास करें जो दस्तावेजों के लिए आपको परेशान करने से पहले बातचीत करने को तैयार है। अगर आपका कर्जदाता परिवार के सभी कमाने वाले सदस्यों की आय और आय के सभी स्रोतों पर विचार करने को तैयार है, तो वह आपको अधिक अमाउंट का लोन दे सकेगा।

क्या वे मोबाइल-फर्स्ट हैं: “पेपरवर्क” जागरुक होना नहीं है। ब्रांच ऑफिस आने-जाने में तेल जलाना “ग्रीन” नहीं है। अब दुनिया डिजिटल हो चुकी है। अगर आपको लंबे समय से किसी भी कारण बैंक जाने की जरूरत नहीं पड़ी है तो आपको होम लोन लेने के लिए भी इस तीर्थयात्रा की जरूरत नहीं है। क्या आपके कर्जदाता के पास आपका लोन प्रोसेस करने के लिए जरूरी दस्तावेजों और लोन एग्रीमेंट तैयार करने के लिए ई-सिग्नेचर की फैसिलिटी है? क्या आपका कर्जदाता कोई ऐसा मोबाइल ऐप देता है, जिससे आप नियमित पेमेंट कर सकें और अपने बैलेंस व डिस्बर्सल पर नजर रख सकें? यहां तक कि ऐप पर अकाउंट स्टेटमेंट और इंटरेस्ट सर्टिफिकेट भी उपलब्ध होना चाहिए। यह भी सुनिश्चित करें कि आपने ऐप की रेटिंग देख ली है!

प्रीपेमेंट आपका सुपरपावर है! आप अपने घर का मालिक बनना चाहते हैं, न कि पूरी उम्र होम लोन के बोझ में दबे रहना। इस कारण ऐसा ही कर्जदाता चुनें जो “पजेसिव” न हो। दूसरे शब्दों में कहें तो एक ऐसा कर्जदाता चुनें जो आपको आपकी मर्जी के हिसाब से लोन का प्रीपेमेंट करने की सुविधा दे। कई कर्जदाता सस्ते ब्याज का तो ऑफर देते हैं, लेकिन वे शर्तें रख देते हैं कि आप अपने लोन का प्रीपेमेंट सिर्फ 29 फरवरी को कर सकते हैं या फिर तभी कर सकते हैं जब आप लाखों डॉक्यूमेंट पर सरइन करते हुए पैरालाइज हो जाएं। प्रीपेमेंट वास्तव में जादू की तरह है। कोई फर्क नहीं पड़ता कि आपको कितना कम ब्याज दर ऑफर किया गया है, पैसे बचाने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप अपने कर्ज के बोझ को कम करने के लिए छोटा-छोटा ही सही, लेकिन प्रीपेमेंट करें। हालांकि इसके लिए आपको एक ऐसा कर्जदाता चुनना होगा, जो कस्टमर फ्रेंडली हो और प्रीपेमेंट के लिए रोड़े नहीं अटकाता हो।

कर्जदाता की छवि: हो सकता है आपका कर्जदाता आपको कर्ज देने से पहले आपके पूरे जीवन का कच्चा-चिट्ठा जमा कर रहा हो। इस कारण आपको पुराने जमाने की साइबर स्टॉकिंग करने का सारा अधिकार है। अपने कर्जदाता को गूगल पर खोजें, उनकी वेबसाइट विजिट करें, सैम्पल MITC (सबसे महत्वपूर्ण नियम और शर्तें दस्तावेज) को पढ़ें, जो आमतौर पर वेबसाइट पर मिल जाते हैं और कोई भी अंतिम निर्णय लेने से पहले ऑनलाइन रीव्यूज पढ़ें।

उम्मीद करता हूं कि यह लेख आपके लिए मददगार हो, हालांकि मैं इसके अंत में एक डिस्क्लेमर जोड़ना चाहूंगा: “अपना होम लोन उसी तरह चुनें, जैसे पार्टनर चुनते हैं, क्योंकि दोनों लंबे समय तक साथ रहने वाले होते हैं।”

Related Articles

Back to top button
T20: भारत का क्लीन स्वीप जानिये कितने खतरनाक हैं कबूतर। शतपावली: स्वस्थ रहने का एक आसान उपाय भारतीय मौसम की ALERT कलर कोडिंग In Uttar Pradesh Call in Emergency