इस वजह से जोशीमठ में पैदा हुई दोहरी मुश्किल, पढ़े पूरी ख़बर

उत्तराखंड में बीते देर रात से शुरू हुई बर्फबारी-बारिश की वजह से जोशीमठ में दोहरी मुश्किल पैदा हो गई। बारिश के कारण जलस्राव बढ़ने से जहां वैज्ञानिकों के सामने चिंता पैदा हो गई है। वहीं, स्थानीय लोगों के लिए नई दिक्कतें खड़ी हो गईं। बर्फबारी से सर्वे का काम धीमा हो गया है और ध्वस्तीकरण रोकना पड़ा है। जिन दरारग्रस्त घरों से लोगों को राहत शिविरों में शिफ्ट किया गया है, उनका सामान बारिश-बर्फबारी से भीग गया।

ठंड से बच्चों के सामने मुश्किल गांधीनगर निवासी राजेश्वरी देवी पिछले कई दिन से नगर पालिका के राहत कैंप में रह रही हैं। उनके साथ उनकी तीन साल की छोटी बेटी मेघना भी है। वो कहती हैं ठंड के कारण मेघना की तबियत खराब हो गई है।

दरारों से आ रही शीतलहर 
सिंहधार निवासी विजयंत रावत और सूरज बिष्ट बताते हैं कि घरों की दरारें चौड़ी हो रही हैं। पहले दीवारों के कारण ठंडी हवाओं से सुरक्षा रहती थी, लेकिन अब सीधा घर में आ रही हैं।

पशुओं के सामने संकट 
सुनील वार्ड निवासी दुर्गाप्रसाद सकलानी ने बताया कि उन्हें पशुओं को चारा देने को पुराने घर की गोशाला में जाना पड़ता है। मौसम खराब होने से चारे का इंतजाम करना मुश्किल हो गया है।

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