राज्य की आर्थिकी में होम स्टे, ग्रोथ सेंटर व स्टार्टअप के सहयोग का किया जाएगा सर्वेक्षण

अर्थ एवम संख्या विभाग ने सर्वेक्षण के बाबत कर्मियों को ट्रेनिंग दी

देहरादून: होम स्टे, ग्रोथ सेंटर व स्टार्टअप का उत्तराखण्ड की आर्थिकी में सहयोग का आंकलन किया जाएगा। इस सम्बंध में अर्थ एवं संख्या निदेशालय में एक दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण / कार्यशाला का आयोजन किया गया। सर्वेक्षण के तहत राज्य के 13 जनपदों में 625 होम स्टे, 112 ग्रोथ सेन्टर तथा 152 स्टार्टअप का – सर्वेक्षण किया जाना है। इस सर्वेक्षण के जरिये राज्य की आर्थिकी में योगदान के साथ-साथ नीतियों के क्रियान्वयन में आ रही समस्याओं पर अध्ययन रिपोर्ट तैयार की जायेगी।

इस बाबत आयोजित कार्यशाला में चालू वित्तीय वर्ष में उत्तराखण्ड राज्य की आर्थिकी में होम स्टे, ग्रोथ सेंटर व स्टार्टअप के योगदान का आंकलन, स्टेकहोल्डर की समस्या/ आवश्यकताएं, नीति का क्रियान्वयन आदि की जानकारी प्राप्त करने के लिए सर्वेक्षण-अध्ययनों किये जाने के सम्बन्ध में प्रशिक्षण दिया गया। जी०एस० पाण्डेय (संयुक्त निदेशक) तथा डॉ० दिनेश चन्द्र बडोनी (संयुक्त निदेशक) द्वारा सम्बन्धित विषयों पर क्षेत्रीय कार्यालयों के अधिकारियों/कर्मचारियों की शंकाओं का समाधान किया गया।

डॉ० इला पन्त बिष्ट (उप निदेशक) द्वारा होम स्टे, मनीष राणा (उप निदेशक) द्वारा ग्रोथ सेन्टर तथा श्रीमती रश्मि हलधर (उप निदेशक) द्वारा स्टार्टअप विषय पर प्रशिक्षण दिया गया। कार्यशाला में डॉ० मनोज कुमार पन्त (अपर निदेशक) संयुक्त निदेशक, कुमांयू / गढ़वाल मण्डल, समस्त जनपदों के अर्थ एवं संख्याधिकारी तथा क्षेत्रीय कार्यालयों के अपर सांख्यिकीय अधिकारियों ने हिस्सा लिया। कार्यशाला का उद्घाटन पंकज नैथानी ,अपर निदेशक, अर्थ एवं संख्या ने किया। और आंकड़ों की गुणवत्ता एवं आंकडें एकत्रित करने की समय सीमा को निर्धारित समय में पूर्ण करने पर विशेष बल दिया गया।

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