PM मोदी कल अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का करेंगे दौरा, बनास डेयरी का करेंगे शिलान्यास…

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का दौरा करेंगे। मोदी कल काशी पहुंचकर यूपी की जनता को करोड़ों रुपये की सौगात देंगे। मोदी कल करखियांव में बनास डेयरी की आधारशिला रखेंगे। पीएम मोदी का 11 दिन में ये दूसरा काशी का दौरा है। इससे पहले उन्होंने 13 दिसंबर को वाराणसी में काशी विश्वनाथ कारिडोर प्रोजेक्ट का उद्घाटन किया था। सरकारी प्रवक्ता के अनुसार इस परियोजना का उद्देश्य पूर्वांचल क्षेत्र के किसानों और दुग्ध उत्पादकों को सशक्त बनाना और कम कीमतों पर अच्छी गुणवत्ता वाले उत्पाद उपलब्ध कराना है.

किसानों के खाते में पैसा ट्रांसफर करेंगे मोदी

डेयरी के शिलान्यास के अलावा पीएम मोदी पौने दो लाख दुग्ध किसानों के खातों में 35.19 करोड़ रुपये ट्रांसफर भी करेंगे। गौरतलब है कि 2021 के जुलाई में बनास डेयरी ने मॉडल डेयरी फार्मिंग के लिए वाराणसी में किसान परिवारों को सर्वश्रेष्ठ देसी नस्लों की 100 गायें दी थी। इन किसानों को पशुपालन और डेयरी फार्म प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया गया इसके अलावा पशुपालन क्षेत्र में मार्गदर्शन किया गया।

वाराणसी में होगा तीसरा प्लांट

फिलहाल काशी में 111 जगहों से रोजाना 25 हजार लीटर से अधिक दूध की खरीद की जाती है। बनास डेयरी लखनऊ और कानपुर के बाद वाराणसी में अपना तीसरा प्लांट लगा रही है। इसकी क्षमता 5 लाख लीटर प्रतिदिन की होगी, जिसे 10 लाख लीटर प्रतिदिन तक बढ़ाया जा सकता है। प्लांट को 475 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 30 एकड़ भूमि पर बनाया जाएगा।

इन चीजों का भी होगा उत्पादन

बनास प्लांट से 50 हजार लीटर आइसक्रीम, 20 टन पनीर, 75 हजार लीटर छाछ, 50 टन दही, 15 हजार लीटर लस्सी और 10 हजार किलो मिठाइयों का उत्पादन किया जाएगा। इस प्लांट में एक बेकरी इकाई भी होगी। इसमें महिलाओं और बच्चों के लिए पोषक तत्वों की खुराक का उत्पादन करने के लिए टेक होम राशन प्लांट शामिल होगा।

हजारों लोगों को मिलेगा रोजगार

इस परियोजना से पूर्वांचल क्षेत्र के वाराणसी, जौनपुर, मछलीशहर, चंदौली, भदोही, गाजीपुर, मिर्जापुर और आजमगढ़ के करीब हजार गांवों के स्थानीय किसानों को फायदा होगा। दूध किसानों हर महीना 8 से 10 हजार रुपये कमा सकेंगे। साथ ही ग्राहकों को भी अच्छी गुणवत्ता वाला सामान कम कीमत पर मिल सकेगा। कहा जा रहा है कि प्लांट शुरू होने के बाद 750 लोगों को सीधा रोजगार मिलेगा जबकि इससे जुड़े 2350 लोगों और गांवों में लगभग 1 लाख लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा।

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