पश्चिमी विक्षोभ के बाद अब पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण मैदानी क्षेत्रों में बढ़ने लगा सर्दी का प्रकोप

 आसमान पर छाए बादलों और उत्तर पश्चिम से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण अचानक दिन का तापमान तेजी से गिर रहा है। इससे कानपुर समेत यूपी के मैदानी इलाकों में कोहरे के साथ शीतलहर और गलन बढ़ रही है। शुक्रवार का दिन इस सर्दी के सीजन का सबसे ठंडा दिन रहा। मौसम वैज्ञानिकों ने नए साल के शुरुआती दिनों में पारा और गिरने के साथ ही कोहरा बढ़ने की संभावना जताई है। चार जनवरी के बाद आसमान साफ होने के बाद पाला गिरने की भी आशंका जताई जा रही है।

पश्चिमी विक्षोभ के कारण पिछले दिनों आसमान पर घने बादल थे। इसी वजह से दो दिन तक बूंदाबांदी भी हुई, जिसने शहर में अचानक तापमान गिरा दिया। गुरुवार से पश्चिमी विक्षोभ का असर तो कम हुआ, लेकिन चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बनने के कारण बादलों से राहत नहीं मिली है। इसी वजह से शुक्रवार को न्यूनतम तापमान तीन डिग्री बढ़ गया और अधिकतम तापमान में चार डिग्री तक की गिरावट आई। न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 14.8 डिग्री रहा।

चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि के मौसम वैज्ञानिक डा. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि उत्तर-पश्चिमी सर्द हवाओं के साथ चक्रवाती परिसंचरण अपना असर दिखा रहा है। नए पश्चिमी विक्षोभ के चार जनवरी तक असर दिखाने की संभावना है। तब तक हल्के से मध्यम बादल छाए रहेंगे। न्यूनतम तापमान में थोड़ी बढ़ोत्तरी हो सकती है और दिन का तापमान गिरेगा। गंगा के मैदानी इलाकों में देर रात से सुबह तक घना कोहरा और धुंध भी छा सकती है। उन्होंने किसानों व पशुपालकों को सलाह दी है कि वे फसलों व जानवरों की सुरक्षा करें। फसलों में पाला पड़ने की आशंका के कारण पर्याप्त नमी बनाएं और झुलसा व अन्य रोगों से बचाने के लिए जरूरी दवाओं का छिड़काव करें।

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