सपा ने लखनऊ की छह सीटों पर अपने उम्मीदवार किए तय, गोमती यादव, रविदास मेहरोत्रा और अनुराग भदौरिया को दिया दोबारा मौका….

 समाजवादी पार्टी ने मंगलवार को लखनऊ की छह सीटों पर अपने उम्मीदवार तय कर दिए। सपा ने 2017 का चुनाव हारने वाले गोमती यादव और पूर्व मंत्री रविदास मेहरोत्रा और अनुराग भदौरिया को दोबारा मौका दिया है। जबकि लखनऊ पश्चिम से पूर्व विधायक रेहान नईम का टिकट कट गया है। जबकि उत्तर से पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्र का टिकट कटा है। अखिलेश यादव ने सभी दावेदारों के साथ सोमवार शाम बैठक कर प्रत्याशियों की सूची मंगलवार को जारी कर दी। 

समाजवादी पार्टी ने बख्शी का तालाब से गोमती यादव को टिकट दिया है। लखनऊ पश्चिम से बसपा छोड़कर आये अरमान खान को उतारा गया है। इस सीट पर अरमान खान 2017 में बसपा से लड़े थे। इसी तरह लखनऊ उत्तर से पूजा शुक्ला को टिकट दिया गया है। पार्टी ने पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्र का टिकट काटा है। पूजा शुक्ला ने लवि में छात्र आंदोलन के समय सक्रियता दिखाई थी। एनआरसी विरोध के कारण पूजा शुक्ला को जेल जाना पड़ा था। लखनऊ पूर्वी विधानसभा सीट से पार्टी ने इस बार भी अनुराग भदौरिया को टिकट दिया है। अनुराग भदौरिया 2017 के चुनाव में सपा कांग्रेस गठबंधन में कांग्रेस के सिम्बल पर लड़े थे और भाजपा के आशुतोष टंडन से हार गए थे। लखनऊ मध्य में पूर्व मंत्री रविदास मेहरोत्रा सपा प्रत्याशी होंगे।

वह 2017 के चुनाव में इसी सीट से भाजपा के ब्रजेश पाठक से करीब पांच हजार वोटों से चुनाव हार गए थे। इसी तरह लखनऊ कैंट से सपा ने पार्षद राजू गांधी को उतारा है।इस सीट से 2017 में अपर्णा यादव लड़ी थीं लेकिन हार गई थीं। यहां से नगर अध्यक्ष सुशील दीक्षित की भी इस बार दावेदारी थी। पार्टी ने अभी सरोजनीनगर का उम्मीदवार तय नही किया है। यहां से अखिलेश यादव के परिवार से अनुराग यादव और बसपा से आये शिव शंकर सिंह शंकरी भी दावेदार हैं। मलिहाबाद से पूर्व सांसद सुशीला सरोज ने टिकट वापस किया है। इस सीट पर भी पार्टी को नया उम्मीदवार तय करना है।

भीतरी नाराजगी का शिकार बने पूर्व मंत्री अभिषेक मिश्र: ब्राह्मण वोट बैंक को साधने के लिए अभिषेक मिश्र की सक्रियता बढ़ी थी। पिछले कुछ दिनों से अभिषेक मिश्र उत्तर में सक्रिय भी हुए। सोमवार को जब अखिलेश यादव ने लखनऊ उत्तर के दावेदारों से बात की तो दीपक रंजन, पूजा शुक्ला और मुकेश शुक्ल ने अभिषेक मिश्र का यह कहकर विरोध कर दिया कि जिन्होंने आवेदन नही किया । ऐसे में भीतर ही अभिषेक मिश्र का विरोध होने पर अखिलेश ने टिकट काट दिया।

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