Facebook ने मशहूर कवि सच्चिदानंदन का अकाउंट किया ब्लॉक, BJP और केरल चुनाव से जुड़ा है मामला

नई दिल्ली, 09 मई: देश के जाने-माने मशहूर कवि और केंद्रीय साहित्य अकादमी के पूर्व सचिव के. सच्चिदानंदन का दावा है कि उनका फेसबुक अकाउंट अस्थायी तौर से सस्पेंड कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि फेसबुक ने उनका अकाउंट ब्लॉक करते हुए कहा है कि उन्होंने फेसबुक के नियमों का उल्लघंन किया है। मनोरमा ऑनलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, कवि के. सच्चिदानंदन ने हाल ही में संपन्न केरल विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी की हार के बाद एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसको लेकर फेसबुक ने यह कदम उठाया है। के. सच्चिदानंदन ने दावा किया है कि फेसबुक द्वारा उनका अकाउंट अस्थायी रूप से ब्लॉक कर दिया गया है, जो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं पर उनकी टिप्पणियों को “अपमानजनक” मानते हैं।

K Satchidanandan

के. सच्चिदानंदन ने कहा, फेसबुक ने उन्हे पोस्ट, लाइक, कमेंट करने और पोस्ट को शेयर करने के लिए 24 घंटे तक के लिए ब्लॉक किया है। इसके अलावा 30 दिनों तक फेसबुक लाइव करने से रोका है। उनका कहना है कि फेसबुक ने उन्हें बताया कि उन्होंने कंपनी के “सामुदायिक मानकों” का उल्लंघन किया है।

यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अतिक्रमण है: कवि सच्चिदानंदन

के. सच्चिदानंदन ने दावा किया है कि फेसबुक द्वारा कल रात (08 मई) को मुझे नोटिस आया था। के. सच्चिदानंदन ने कहा, ”मैंने अमित शाह को लेकर एक वीडियो पोस्ट किया था, जो विधानसभा चुनावों में भाजपा की केरल इकाई की हार को लेकर था। इसके अलावा मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में एक और विज्ञापन पोस्ट किया था। मुझे ये दोनों कंटें व्हाट्सएप पर मिले थे।”

कवि सच्चिदानंदन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना के लिए फेसबुक ने उन्हें पहले भी चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा, यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के दमन के अलावा और कुछ नहीं है। ऐसा लगता है कि सरकार ने इसके महत्वपूर्ण पदों को हटाने के लिए सोशल मीडिया पर अपनी निगरानी बढ़ा दी है। यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर अतिक्रमण है।

K Satchidanandan

शशि थरूर ने सच्चिदानंदन के FB अकाउंट ब्लॉक होने को बताया ‘घटिया’

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर ने ट्वीट करते हुए इस पूरे मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। शशि थरूर ने लिखा है, ”घटिया है कि फेसबुक ने केरल के सबसे महान जीवित कवियों में से एक के. सच्चिदानंदन, साहित्य अकादमी के पूर्व सचिव का अकाउंट निलंबित कर दिया है। वो भी सिर्फ केरल विधानसभा चुनाव में भाजपा की हार के बारे में एक वीडियो पोस्ट करने पर। हमें अपनी राजनीति में सेंसरशिप की अनुमति नहीं देनी चाहिए!”

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