जबलपुर में रेत माफिया और उसके गुंडों ने कलेक्टर तक अवैध उत्खनन की शिकायत पहुंचाने वाले के घर में घुसकर की मारपीट
प्रशासनिक अधिकारी-कर्मचारी ऐसा लगता है कि अपने उच्च अधिकारियों की आंख में धूल झोंकने आमादा हैं। वे कार्रवाई की खानापूर्ति करके अपने नंबर बढ़वाने में माहिर हो चुके हैं। इसी की बानगी देखने को मिली है पाटन के ग्राम धनौली में। यहां बुधवार की शाम को ही प्रशासन की टीम ने हिरन नदी के सामु घाट पर दबिश दी थी। इस दौरान एक बोट को नष्ट करने की बात कही गई। लेकिन गुरुवार की सुबह ही उसी सामु घाट से ही फिर रेत के अवैश उत्खनन की जानकारी मिलने लगी। जिसकी जानकारी लोगों ने जिला प्रशासन के जिम्मेदारों तक भी पहुंचाई है।
प्रशासन की टीम ने पुलिस के साथ संयुक्त कार्रवाई में सामु घाट में दबिश देकर अपनी पीठ थपथपाई थी। किसी को भी मौके से पकड़ा नहीं गया था। इससे पूर्व कलेक्टर डा इलैयाराजा टी ने दो-टूक शब्दों में कहा था कि अवैध उत्खनन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाये। लेकिन कलेक्टर के निर्देश को आधे-अधूरे तरीके से पूरा करके छापामार अमला खुद घिरता नजर आ रहा है। गुरुवार की सुबह सामू घाट में फिर से उत्खनन की जानकारी सामने आ गई। आनन-फानन में माइनिंग विभाग का अमला फिर मौके पर रवाना हो गया।
इस अवैध उत्खनन की जानकारी प्रेमनगर कटंगी निवासी दशरथ वर्मन ने कलेक्टर डा इलैयाराजा को दी थी। उसने यह भी कहा था कि रेत माफिया उसके खेतों के बीच से अपने वाहन लेकर जाते हैं, जिसकी वजह से वह खेती भी नहीं कर पा रहा है। उसकी फसलें बर्बाद हो रही हैं। इसके तत्काल बाद कार्रवाई के निर्देश दे दिये गये। इस बात की जानकारी न जाने कैसे अवैध उत्खनन में लगे लोगों को लग गई, जिन्होंने आज सुबह दशरथ को उसके घर में घुसकर पीट दिया और जान से मारने की धमकी भी दी। दशरथ ने मोबाइल पर जानकारी दी कि उसके साथ जितेंद्र उर्फ जित्तू सेंगर ने संदीप पटैल, मोटू पटैल और कुछ अन्य लोगों को साथ लेकर उसके घर पर धावा बोला।
कलेक्टर को काल किया: मारपीट की इस घटना के बाद दशरथ ने कलेक्टर को भी मोबाइल पर काल करके आपबीती सुनाई। जिस पर कलेक्टर ने उसे एफआईआर कराने के लिये कहा। इस बीच माईनिंग विभाग को भी इस घटना का पता चला, जसिकी एक टीम फिर मौके पर रवाना कर दी गई। माइनिंग इंस्पेक्टर अभिषेक पटले ने भी फिर से टीम भेजे जाने की पुष्टि की है।