गोरखपुर में 68 सौ करोड़ रुपये खर्च कर तीन नए फोरलेन बनाने की चल रही तैयारी

 गोरखपुर-सोनौली रोड व जंगल कौड़िया-जगदीशपुर फोरलेन के लिए 96 गांवों में 573 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित की जाएगी। इसके लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) 1200 करोड़ रुपये खर्च करेगा। इन दोनों सड़कों के बन जाने से न सिर्फ यातायात की सुविधा अच्छी हो जाएगी, बल्कि शहर के उत्तरी क्षेत्र में जाम की समस्या से भी निजात मिलेगी। भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।

छह हजार आठ सौ करोड़ रुपये होंगे खर्च

80 किलोमीटर गोरखपुर- सोनौली रोड व 25 किलोमीटर जंगल कौड़िया-जगदीशपुर फोरलेन निर्माण पर 3400 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। सोनौली रोड पर 1800 सौ करोड़ व जंगल कौड़िया-जगदीशपुर बाईपास निर्माण पर 1600 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। सोनौली रोड का टेंडर भी हो चुका है। इस रोड के लिए 66 गांवों से 200 एकड़ तथा जंगल कौड़िया-जगदीशपुर बाइपास के लिए 30 गांवों में 373 एकड़ भूमि अधिग्रहण की तैयारी चल रही है।

किसानों को मिलेगा सर्किल रेट का चार गुना मुआवजा

शहरी क्षेत्र में किसानों को सर्किल रेट का चार गुना व ग्रामीण क्षेत्र में दो गुना मुआवजा दिया जाएगा। सोनौली रोड पर कुछ शहरी क्षेत्र हैं। एनएचएआइ के अनुसार नगर पालिका या नगर पंचायत के क्षेत्र को शहरी माना जाएगा। जंगल कौड़िया-जगदीशपुर बाईपास गांवों व ग्रीनलैंड से होकर गुजरेगा। इसलिए इस रोड पर ज्यादा भूमि अधिग्रहण करने के बाद भी खर्च मात्र 500 करोड़ रुपये आएगा। सोनौली रोड पर कम भूमि अधिग्रहण करने के बाद भी लगभग सात सौ करोड़ रुपये खर्च होंगे।

दोनों सड़कों के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रकिया चल रही है। 573 एकड़ भूमि अधिग्रहण पर 1200 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। दोनों सड़कों के बन जाने के बाद यातायात सुगम हो जाएगा। जंगल कौड़िया-जगदीशपुर बाईपास बन जाने से गोरखनाथ, धर्मशाला बाजार व गोलघर में होने वाले जाम से भी निजात मिल जाएगी। कुशीनगर की तरफ जाने वाले यात्री जंगल कौड़िया से सीधे जगदीशपुर निकल जाएंगे, उन्हें शहर में नहीं आना पड़ेगा। – सीपी द्विवेदी, परियोजना निदेशक, एनएचएआइ।

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