कुछ ही दिनों में लचीला बना देंगे ये दो योगासन,बस रोजाना करें इनकी प्रैक्टिस
अगर आपकी बॉडी बहुत ज्यादा सख्त है। थोड़ी सी भी स्ट्रेचिंग करने में मसल्स खींच जाती हैं जिस वजह से आप चाहकर भी वर्कआउट नहीं कर पाते तो अभी फिलहाल आपको बस इन दो योगासनों का अभ्यास शुरू करना चाहिए। शुरू-शुरू में इन्हें भी करने में कई तरह की दिक्कतें होंगी लेकिन रोजाना प्रैक्टिस से सेहत को कई सारे फायदे तो होंगे ही साथ ही बॉडी की फ्लेक्सिबलिटी भी बढ़ेगी।
1. अश्व संचालनासन
इस आसन को घुड़सवार आसन और इंग्लिश में इक्वेस्ट्रियन पोज भी कहा जाता है। ये सूर्य नमस्कार के आसनों में से एक है। इसे रोजाना करने से शरीर का लचीलापन बढ़ता है। इससे कूल्हों और काफ की मसल्स को भी अच्छा स्ट्रेच मिलता है। रीढ़ की हड्डी को सीधा करने में और ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करने में भी यह आसन बहुत मददगार है।
इसे करने का सही तरीका
– घुटनों के बल योगा मैट पर बैठ जाएं।
– अब अपने दाहिने पैर को आगे की तरफ लाएं। इस दौरान अपनी पिंडलियों और जांघों के बीच 90 डिग्री का एंगल बनाएं।
– अब हाथों को दाहिने पैर के बगल में रखें और उंगलियों से जमीन को छूते हुए बैलेंस बनाएं।
– गर्दन सीधी रखें और सामने की तरफ देखें। इस पोजीशन में कुछ देर रहें और फिर वापस नॉर्मल पोज में आ जाएं।
– अब यही प्रोसेस बाएं पैर से भी दोहराएं।
2. त्रिकोणासन
इस आसन में बॉडी को ट्राएंगल शेप में लाना होता है। ब्रेस्ट फीडिंग कराने वाली महिलाओं के लिए इस आसन को रोजाना करना बहुत ही फायदेमंद माना जाता है। इसे करने से न सिर्फ बॉडी फ्लेक्सिबल होती है बल्कि स्ट्रेस वगैरह में भी फायदा मिलता है।
इसे करने का सही तरीका
– इसे करने के लिए सबसे पहले दोनों पैरों के सहारे सीधे खड़े हो जाएं।
– दाहिने पैर के पंजे को 90 डिग्री के एंगल पर घुमाएं और बाएं पैर के पंजे को 15 डिग्री पर रखें।
– अब बॉडी को मोड़ते हुए नीचे की तरफ ले जाएं और अपने दाहिने हाथ को नीचे जमीन पर रखें और बाएं हाथ को ऊपर की तरफ हवा में उठाएं।
– बॉडी पर थोड़ा स्ट्रेस देते हुए बाएं हाथ को बाएं पैर के साथ नीचे तब तक स्लाइड करें जब तक कि आपकी उंगलियां टखने पर न हों।
– लगभग 30 सेकंड इसी पोजीशन में रहने के बाद इस प्रोसेस को दाहिनी तरफ से भी करें।