दोनों डिप्टी सीएम के अलग अलग बयान, प्रदेश अध्यक्ष बैठक से नदारद! आखिर क्या हो रहा यूपी बीजेपी में ?

हिमांशु पुरी-सलाहकार संपादक-
लखनऊ। उत्तर प्रदेश बीजेपी के लिए आज सबसे बड़ा दिन था क्योंकि बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष आज उत्तर प्रदेश बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में बीजेपी के उप मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों के साथ बैठक कर रहे थे। वही इस दौरान तमाम हैरतअंगेज नजारे दिखे और बयान भी सुनाई दिए। जिनमें खासकर दोनों डिप्टी सीएम का बैठक से निकलकर अलग-अलग बयान देना मीडिया में खासा चर्चा में रहा तो वही बैठक में यूपी प्रभारी राधा मोहन दास और प्रदेश संगठन महामंत्री सुनील बंसल का मौजूद होना लेकिन प्रदेश अध्यक्ष का नदारद रहना भी अपने आप में एक बड़ा सवाल खड़ा कर गया।

दरअसल आज सुबह से उत्तर प्रदेश BJP प्रदेश कार्यालय में भारी भरकम बैठकों का दौर शुरू हो गया। इस दौरान दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और डॉ दिनेश शर्मा भी बैठक में पहुंचे। बैठक के बाद दोनों डिप्टी सीएम अलग-अलग बाहर आए और बाहर आकर मीडिया में जो उन्होंने बयान दिया उन दोनों के बयानों में काफी विरोधाभास नजर आया। जहां एक तरफ डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहा कि बैठक का मुख्य एजेंडा आगामी 2022 का चुनाव था और इस एजेंडे में 300 पार का लक्ष्य रखा गया है। यानी कि 300 सीटें 2022 में बीजेपी ने जीतने का लक्ष्य बनाया है। तो वही डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने बैठक का मुख्य एजेंडा कोरोनावायरस महामारी बताया। उन्होंने कहा कि इस बैठक में राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष ने प्रदेश में महामारी को लेकर की गई सरकार की तैयारियों पर चर्चा की। वही इन दोनों डिप्टी सीएम के बयानों के बाद चर्चाओं का दौर और तेज हो गया कि आखिर बैठक का मुख्य एजेंडा क्या था जबकि दोनों डिप्टी सीएम के बयानों में काफी अंतर था। वहीं बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह का इस दौरान बैठक में ना उपस्थित रहना भी अपने आप में एक बड़ा सवाल खड़ा कर गया। दरअसल उत्तर प्रदेश में हाल ही में हुए पंचायत चुनाव में मिली बीजेपी को करारी हार का ठीकरा बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष पर फोड़ा जा रहा है तो कहीं ना कहीं या केंद्रीय नेतृत्व और प्रदेश अध्यक्ष के बीच नाराजगी को भी दर्शाता है और ऐसे में जब उत्तर प्रदेश सरकार के दोनों डिप्टी सीएम केंद्रीय नेतृत्व की इस बैठक के मुख्य एजेंडे को बदल बदल कर बता रहे हैं और बैठक में प्रदेश अध्यक्ष की ना मौजूदगी है तो निश्चित तौर पर यह कहा जा सकता है कि यूपी बीजेपी में आने वाले दिनों में कई बड़े निर्णय सुनाई दे सकते हैं।

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