निर्माण कंपनी ने 600 से अधिक सेंगमेंट किए तैयार, अगले माह से गर्डर होगी लांच

शहर को मिलने वाली अत्याधुनिक लोक परिवहन सुविधा मेट्रो रेल के कार्य की गति अब तेज होती जा रही है। गर्डर लाचिंग के लिए सेगमेंट लगाए जाएंगे। निर्माण कंपनी ने 600 से अधिक सेंगमेंट तैयार कर लिए हैं। इन सेंगमेंट का उपयोग एक पिलर से दूसरे पिलर की गर्डर को जोड़ने में होता है। अगले माह के मध्य से गर्डर लांच हो जाएगी। इसके बाद शहर में मेट्रो का स्वरूप दिखने लगेगा।

मेट्रो परियोजना के अधिकारियों के अनुसार एमआर 10 क्षेत्र में अधिकांश पिलर का निर्माण पूरा हो गया है। यहां गर्डर लांच के लिए ग्राउंड सपोर्टिंग सिस्टम भी आ गया है। कास्टिंग यार्ड में 600 से अधिक सेगमेंट बन भी गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि काम में देरी नहीं हो, इसलिए प्री कास्ट कंपोनेंट पहले से तैयार किए जा रहे हैं। इन सेंगमेंट के जरिए एक पिलर से दूसरे पिलर की गर्डर को जोड़ा जाएगा। गर्डर लांचिंग का काम मार्च के पहले पखवाड़े से शुरू होगा। एमआर-10 टोल नाके से लेकर शहीद पार्क तक 181 पिलर तैयार किए जाने हैं। वहीं दूसरी तरफ सुपर कारिडोर पर ही 75 एकड़ जमीन पर मेट्रो डिपो निर्मित किया जाना है। इसके लिए 284 करोड़ रुपये के टेंडर बुलाए गए हैं। अंतिम दौर में 6 कंपनियां बची हैं। इस डिपो में वर्कशाप, प्रशासनिक दफ्तर, क्लीनिंग शेड, टेस्टिंग ट्रैक, इलेक्ट्रिक सब स्टेशन, पंप रूम, ट्रेनिंग सेंटर सहित कई सुविधाएं रहेंगी। अधिकारियों का कहना है कि मई तक इंदौर में मेट्रो का काम नजर आने लगेगा।

गडकरी को दिया ज्ञापन – मेट्रो रूट पीड़ित व्यापारी संघ के पदाधिकारियों ने गुरुवार को इंदौर आए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से मुलाकात करने का प्रयास किया, लेकिन प्रोटोकाल के कारण मुलाकात नहीं हो सकी। इसके बाद उन्होंने सचिव को ज्ञापन सौंपा। संघ के मनीष निगम ने बताया कि हमने ज्ञापन में मेट्रो के इस रूट के बारे में जानकारी दी है। इसके लिए देश के दूसरे शहर में चल रही मेट्रो रूट का अध्ययन भी करना चाहिए। लोकसभा की पूर्व अध्यक्ष सुमित्रा महाजन से भी चर्चा की है। उन्होंने मदद का आश्वासन दिया है।

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