60 घंटे हुई बैठकें, अब दिल्ली दरबार की बारी!

हिमांशु पुरी, सलाहकार संपादक

लखनऊ। बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष लगातार तीन दिन तक लखनऊ में रहे और कुल 60 घंटों की चली लगातार मैराथन बैठकों के बाद अभी वह दिल्ली के लिए निकल गए हैं। लिहाजा अब यूपी के पावर सेंटर को लेकर दिल्ली दरबार ही फैसला लेगा। इसको लेकर बात साफ हो गई है क्योंकि चलते वक्त भी बीएल संतोष ने मीडिया से कुछ ना कह कर सिर्फ दिल्ली में रिपोर्ट रखे जाने की बात कही।

यूपी बीजेपी में चल रही अंतर कलह को देखते हुए केंद्रीय नेतृत्व ने राष्ट्रीय महासचिव बीएल संतोष को यूपी के पावर सेंटर लखनऊ में डिप्टी सीएम, मंत्रियों, विधायकों से जानकारी जुटाने के लिए भेजा था। इस दौरान उन्होंने सबसे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ के आवास पर एक बैठक की। जिसमें दोनों डिप्टी सीएम, प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश संगठन महामंत्री शामिल रहे। वही अगले दिन बीएल संतोष में बीजेपी के प्रदेश कार्यालय में वन टू वन बैठकों का दौर शुरू कर दिया। जिसमें बारी-बारी से दोनों डिप्टी सीएम, योगी सरकार के कई मंत्री आते जाते रहे। वही अगले दिन भाजपा के कुछ विधायक जिसमें राजनाथ सिंह के बेटे पंकज सिंह और उनके अलावा राज्य मंत्री स्वाति सिंह ने भी बीएल संतोष से मुलाकात करने पहुंची। बीएल संतोष ने इस दौरान बीजेपी की मीडिया टीम से भी मुलाकात की। प्रवक्ता और पैनलिस्ट से मुलाकातें कीं। उन्होंने मीडिया में बीजेपी के कमजोर पक्ष पर चर्चा की। प्रवक्ताओं ने सरकार से तालमेल का मुद्दा उठाया और कहा कि टीवी डिबेट्स में समय से ब्यौरा नहीं मिलता। कुछ प्रवक्ताओं ने अफसरों की शिकायत की। सभी से अधिकारियों के कामकाज और विभागों के अंदर चल रहे कामकाज की समीक्षा की। वहीं कोरोनावायरस महामारी में योगी सरकार पर लगे डेंट को लेकर भी चर्चा की।
खास बात यह रही कि इन सब बैठकों के बाद बीएल संतोष जब कार्यालय से बाहर निकले तो मीडिया से मुखातिब तक नहीं हुए। उन्होंने सिर्फ दिल्ली रिपोर्ट रखे जाने की बात कही। लिहाजा एक बात तो साफ है कि योगी सरकार और उसके मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर अब सभी फैसले दिल्ली दरबार यानी कि पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के हाथ में है।  बीजेपी आने वाले 2022 के चुनाव में किसी भी प्रकार का कोई ऐसा कदम नहीं उठाना चाहती जिससे पार्टी को बड़ा नुकसान हो। कहीं ना कहीं इन सब को लेकर काफी उहापोह की स्थिति भी बनी हुई है। उधर बीती रात बीएल संतोष के द्वारा इस बात को भी साफ कर दिया गया कि सीएम योगी आदित्यनाथ के महामारी पर कंट्रोल को लेकर कामकाज की तारीफ भी की गयी। जिससे इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि सीएम योगी पर किसी प्रकार का कोई निर्णय नहीं होने वाला है।

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