सराफा बाजार में दिखा रूस-यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध का असर, साठ हजारी होने में नहीं लगेगा वक्त

रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे घमासान का असर सराफा बाजार में दिखना शुरू हो गया है। अगर युद्ध लंबा खिंचा तो सोना 60 हजार रुपये प्रति दस ग्राम होने में ज्यादा वक्त नहीं लगेगा। लगातार बाजार में उतार-चढ़ाव बना हुआ है। बीती 21 और 22 फरवरी तक सोने का भाव 50,100 रुपये प्रति दस ग्राम के आसपास था। 23 फरवरी को अचानक सोने के भाव ने उछाल लिया और रेट 51,800 रुपये प्रति दस ग्राम हो गया। 24 फरवरी को कीमतें और चढ़ीं और कीमत 54,100 तक पहुंच गई। मात्र दो दिन में करीब 2,300 रुपये प्रति दस ग्राम का इजाफा दर्ज हुआ, लेकिन अगले दिन 25 फरवरी को 2,200 रुपये की गिरावट के साथ कीमत घटकर 51,900 रुपये पहुंच गई। शनिवार को और कमी आई और सोने की कीमत 51,500 रुपये तोला हो गई है।
थमा सराफा बाजार, घटी खरीदारी : लखनऊ सराफा एसोसिएशन के संगठन मंत्री और कारोबारी आदीश जैन ने बताया कि बाजार में सन्नाटा है। बाजार पर रूस और यूक्रेन युद्ध का असर दिख रहा है। आमजन फिलहाल खरीदारी नहीं कर रहा है। बाजार में सन्नाटा है। हर घंटे कारोबार में बदलाव है।
‘युद्ध लंबा खिंचा और नाटो देश इसमें कूदे तो सोना 60 हजारी होने में समय नहीं लगेगा। फिलहाल बाजार में ग्राहक नहीं हैं। दो से तीन दिन में करीब 3,300 रुपये प्रति दस ग्राम का उतार-चढ़ाव दिखा है। अभी बाजार में उथल-पुथल जारी रहेगी। अचानक सोना चढ़ेगा और अचानक रेट गिरने की संभावना लगातार बनी रहेगी। -अनुराग रस्तोगी, स्टेट हेड इंडिया बुलियन ज्वेलर्स एसोसिएशन (इब्जा)
- सोना प्रति दस ग्राम
- 23 फरवरी- 51,800
- 24 फरवरी- 54,100
- 25 फरवरी- 51,900
- 26 फरवरी-51,500
- सराफा की दुकानें-2,500