सपा का प्रत्याशी तय भाजपा में घमासान जारी

हिमांशु पुरी, सलाहकार
संपादक-

सीतापुर। समाजवादी पार्टी ने सीतापुर से जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया है। सपा के कद्दावर नेता और पूर्व मंत्री रामपाल राजवंशी की करीबी अनीता राजवंशी को समाजवादी पार्टी ने अपना अध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशी बनाया है। सपा के इस निर्णय के बाद एक बात तो साफ हो गई है कि सीतापुर जिला पंचायत के अध्यक्ष का पद पाना अब भाजपा के लिए आसान नहीं होगा क्योंकि हाल ही में हुए पंचायत चुनाव में समाजवादी पार्टी की सीधी टक्कर बीजेपी से नजर आई थी और सपा को काफी सीटों पर भी चुनाव में जीत हासिल हुई थी। बीते कई दिनों से प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष को लेकर भाजपा सपा संगठनों में माथापच्ची हो रही है। उसी को लेकर सीतापुर में भी स्थितियां कमोबेश ऐसी ही बनी थीं। वही आज समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर सीतापुर जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए अनीता राजवंशी निवासी ब्लाक पिसावा जनपद सीतापुर को प्रत्याशी घोषित किया है। बताया जा रहा है कि अनीता राजवंशी समाजवादी पार्टी के सीतापुर के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री रहे रामपाल राजवंशी की करीबी हैं। ऐसे में अब सीतापुर जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए होने वाला मुकाबला काफी दिलचस्प होने वाला है क्योंकि सियासी घमासान और धनबल का काफी प्रयोग इस चुनाव में देखने को मिलेगा। दरअसल  अभी तक जिला पंचायत अध्यक्ष पद की सीट सपा नेता जीतेंद्र यादव संभाल रहे थे। वहीं भाजपा की योगी सरकार के 4 साल के दौरान भी अध्यक्ष पद की सीतापुर की सीट सपा के ही द्वारा चलाई गई। लिहाजा समाजवादी पार्टी सीतापुर की सीट पर कोई रिस्क नहीं लेना चाहती और इस बार भी पार्टी हर हालत में अपना ही प्रत्याशी जीता कर जिला पंचायत पर कब्जा करना चाहेगी।

अगर शिव कुमार गुप्ता की बहू बीजेपी की बनी प्रत्याशी तो दिखेगी अंदरूनी कलह
सीतापुर। वहीं बीजेपी में अभी इस बात को लेकर स्थिति साफ नहीं है कि पार्टी का सीतापुर जिला पंचायत अध्यक्ष पद का प्रत्याशी कौन होगा? लेकिन अंदर खाने से निकल रही खबरों की मानें तो भाजपा नेता शिव कुमार गुप्ता की बहू का नाम करीब-करीब अध्यक्ष पद प्रत्याशी के रूप में फाइनल है। हालांकि शिव कुमार गुप्ता का विरोध बड़े पैमाने पर भाजपा में भी देखने को मिलता रहा है। क्योंकि बीजेपी का एक बड़ा हिस्सा शिव कुमार गुप्ता की पार्टी में ताजपोशी को पसंद नहीं करेगा। ऐसे में उनकी बहू का अध्यक्ष पद की सीट पर विजयी होना बेहद मुश्किल है।  क्योंकि जिस तरीके से यूपी बीजेपी में बड़े पैमाने पर बगावत के स्वर सुनने को मिल रहे हैं ऐसे में सीतापुर में अध्यक्ष पद की सीट पर यदि शिव कुमार गुप्ता की बहू आती है तो बीजेपी के कई दिग्गज नेता, विधायक इसका खुलकर नहीं तो अंदरूनी तौर पर जरूर विरोध करेंगे। जिसका बड़ा नुकसान भाजपा को होने वाला है।

जिन भाजपाइयों के टिकट कटे वह, सपा को जिताएंगे
सीतापुर। सीतापुर बीजेपी में पंचायत चुनाव के टिकट बंटवारे से ही बड़े पैमाने पर बगावत, विरोध की खबरें सुनाई देने लगी थी। बीजेपी के वह तमाम कार्यकर्ता जो लंबे वक्त से पार्टी के लिए दिन रात एक किए हुए थे उनका टिकट काट दिया गया। जिन का टिकट कटा उन्होंने इसका जमकर विरोध किया। टिकट बांटने के लिए हुए रुपयों के लेन-देन का भी आरोप लगाया। प्रदेश स्तर तक शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। लिहाजा उनकी खींज अब जिला पंचायत के अध्यक्ष पद के लिए होने वाले चुनाव में खासा नजर आएगी। सूत्रों की माने तो जिन लोगों का टिकट कटा है और वह निर्दलीय जीते हैं या हारे हैं। वह सब अपना अपना भरपूर प्रयास भाजपा को हराने में करेंगे। ऐसे में सीतापुर में भारतीय जनता पार्टी के लिए जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट पर काबिज होना आसान नहीं है। खासकर यदि शिव कुमार गुप्ता के परिवार से कोई व्यक्ति मैदान में उतरता है तो बड़ा विरोध देखने को मिलेगा।

बीजेपी बीजेपी के विधायक अपने-अपने ब्लॉक प्रमुख बनाने में लगे
सीतापुर। जनपद में जितने भी ब्लॉक हैं उन पर कब्जा करने को लेकर स्थानीय स्तर पर बीजेपी के विधायकों ने रस्साकशी तेज कर दी है। कोई भी विधायक जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए जोर आजमाइश नहीं करता दिखाई दे रहा। इसकी बड़ी वजह शिव कुमार गुप्ता की बहू का नाम प्रत्याशी के रूप में आना बताया जा रहा है। हालांकि बीजेपी के विधायकों ने अपने अपने इलाके के इलाकों पर कब्जा जमाने के लिए अपनी ताकत झोंक दी है। ब्लॉक पर कब्जेदारी को लेकर क्षेत्र पंचायत सदस्यों से विधायकों की मीटिंग शुरू हो चुकी हैं। जानकारी के अनुसार केंद्र की मोदी सरकार गांव गांव में बड़े पैमाने पर विकास के लिए ब्लॉकों को बड़ा बजट देती है। करोड़ों रुपए भेजती है जो इसकी बड़ी वजह है!

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