चाइनीज मांझे पर तमाम प्रतिबंध होने के बाद भी नहीं लग पाई रोक, रुड़की में एक कपड़ा कारोबारी इससे हुआ घायल

चाइनीज मांझे पर तमाम प्रतिबंध होने के बाद भी रोक नहीं लग पाई है। पक्षियों के साथ इंसान पर भी चाइनीज मांझे की चपेट में आकर घायल हो रहे हैं। दुपहिया वाहन से जा रहा एक कपड़ा कारोबारी चाइनीज मांझे की चपेट में आ गए। इसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उनके चेहरे पर काफी गहरा घाव हुआ है।
रुड़की के इमलीरोड निवासी कलीम फेरी लगाकर कपड़ा बेचने का काम करते हैं। रविवार को वह अपने दोपहिया वाहन पर प्रतिदिन की तरह से कपड़े बेचने के लिए उत्तर प्रदेश के पुरकाजी जा रहे थे। जब वह मंगलौर पहुंचा तो अचानक ही किसी कटी पतंग का चाइनीज मांझा उसके चेहरे पर आ गया। आनन फानन में कलीम ने दोपहिया वाहन रोका। चेहरे से खून धार बहने लगी। यह देख आसपास के लोग वहां एकत्रित हो गए। तुरंत ही एक चिकित्सक के यहां इलाज के लिए लाया गया। कपड़ा कारोबारी के चेहरे पर कई टांके आए हैं।
पार्षद समेत चार हो चुके हैं घायल
चाइनीज मांझे से घायल होने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी कई लोग चाइनीज मांझे की चपेट में आकर घायल हो चुके हैं। पिछले माह वसंत पंचमी के दिन रामनगर निवासी व नगर निगम के पार्षद पंकज सतीजा के पैर में चाइनीज मांझा उलझ गया था। जिससे उनके पैर में घाव हो गया था और कई टांके लगे थे। रामनगर में ही एक युवक की बाजू में चाइनीज मांझा उलझ गया था। उसके दोनों हाथों में गहरा घाव हो गए थे। अंबर तालाब में एक बच्चे की हथेली काफी कट गई थी। चिकित्सकों ने बामुश्किल उसका उपचार किया था। यही नहीं चाइनीज मांझे पक्षियों को भी काफी नुकसान हो रहा है। पेड़ में अटकी पतंग के मांझे में एक चील फंस गई थी। फायर ब्रिगेड की टीम ने बामुश्किल इस चील को निकाला था। कई पक्षी भी चाइनीज मांझे की चपेट में आकर मर चुके हैं।
चाइनीज मांझा बेचने वालों पर होगी कार्रवाई
ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की अंशुल सिंह ने बताया कि चाइनीज मांझे की बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध हैं। यदि कोई दुकानदार चाइनीज मांझा बेच रहा है तो उसकी सूचना सीधे दी जाए। वह इस मामले में सख्त कार्रवाई करेंगे। अपने स्तर से भी वह छापामार कार्रवाई करेंगे।